शिक्षक भर्ती घोटाले में मुरादाबाद की शिक्षिका भी फंसी
मुरादाबाद (तेजप्रकाश सैनी)। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक भर्ती घोटाले में मुरादाबाद का नाम भ
मुरादाबाद (तेजप्रकाश सैनी)। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक भर्ती घोटाले में मुरादाबाद का नाम भी जुड़ गया है। वर्ष 2014-15 में हुई बेसिक शिक्षकों की भर्ती की चल रही जाच में मुरादाबाद की एक शिक्षिका की भर्ती में गड़बड़ी पकड़ी गई है। 15 अन्य प्रकरण संदिग्ध हैं, जिनकी गोपनीय जाच चल रही है। जाच में सामने आया है कि बीटीसी का परिणाम आने से पहले ऑनलाइन आवेदन में जो अंक भरे गए, वह काउंसलिंग के समय अलग थे। स्नातक की दो डिग्री का पता चला। शिक्षिका ने आवेदन के समय डीएवी कालेज बुलंदशहर की अंकतालिका लगाई और काउंसलिंग में मानव भारती विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश की अंकतालिका दिखाई गई। उसमें अंक बढ़े हुए थे, ताकि गुणाक अच्छा होने से मेरिट में नाम आ सके।
ये है मामला : प्रदेश के 15 हजार शिक्षकों की भर्ती में मुरादाबाद के 350 शिक्षक भी शामिल हैं। इसमें से करीब 15 मामले संदिग्ध हैं। इसकी बीएसए कार्यालय में दो दिन से गोपनीय जाच एसडीएम ठाकुरद्वारा शैलेंद्र सिंह और पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी एमपी सिंह कर रहे हैं। शनिवार को दोनों अधिकारी देर शाम तक बीएसए कार्यालय में रहे और शिक्षक भर्ती की फाइलें खंगालीं। इसमें गड़बड़ी उजागर हुईं। जाच अभी पूरी नहीं हुई है। इस मामले की मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत की गई थी। उसके बाद जाच बैठ गई है। यहा बता दें कि दिसंबर 2014 में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया तत्कालीन बीएसए मुन्ने अली के समय हुई। तैनाती के दौरान बीएसए काता प्रसाद थे।
बाबुओं से भी की पूछताछ : एसडीएम शैलेंद्र सिंह और पिछड़ा कल्याण वर्ग अधिकारी एमपी सिंह ने शिक्षक भर्ती का काम देख रहे तत्कालीन लिपिक संदीप शर्मा से भी पूछताछ की। वर्तमान में संदीप डीआइओएस कार्यालय में कार्यरत है। संदीप का कहना है कि काउंसलिंग के समय जो प्रपत्र दिखाए गए थे वह आवेदन में सही थे। उसी आधार पर काउंसलिंग के बाद नियुक्ति की गई थी। इस संबंध में पूर्व बीएसए मुन्ने अली व काता प्रसाद से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो सकी। ---------
जारी है जाच : जाच अभी जारी है। सभी प्रपत्र की गहनता से जाच के बाद ही साफ होगा कि कितने मामले मुरादाबाद के हैं।
- शैलेंद्र सिंह, एसडीएम
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चल रही है जाच : शिक्षक भर्ती का मामला पुराना है। मैं उस समय तैनात नहीं था। इसमें मेरी जानकारी में सिर्फ इतना है कि शिक्षक भर्ती गलत तरीके से की गई है। प्रशासन स्तर पर जाच चल रही है।
- योगेंद्र कुमार, बीएसए