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पेड़ों के कटान से बिगड़ रहा मौसम चक्र

रामपुर : विकास के नाम पर तेजी से काटे गए पेड़ों के कम होने के कारण प्रदूषण बढ़ रह

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Jun 2018 09:50 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jun 2018 02:44 AM (IST)
पेड़ों के कटान से बिगड़ रहा मौसम चक्र
पेड़ों के कटान से बिगड़ रहा मौसम चक्र

रामपुर : विकास के नाम पर तेजी से काटे गए पेड़ों के कम होने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है और मौसम चक्र बिगड़ता जा रहा है। अगर इसको अब भी गंभीरता से नहीं लिया गया तो भविष्य में आने वाली पीढ़ी को इसके दुष्परिणाम झेलने पड़ेंगे।

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दैनिक जागरण की ओर से पेड़ों को बचाने के लिए जीवनदाता पेड़ों को जीने दो अभियान चलाया जा रहा है। इससे प्रेरित होकर शहर में कई स्वयंसेवी संस्था और कालोनी के लोग पेड़ बचाने की मुहिम से जुड़ते जा रहे हैं। इसी क्रम में वैश्य समाज उत्तर प्रदेश के सदस्यों ने आवास-विकास कालोनी में अभियान चलाया। इस दौरान सड़क किनारे लगे पेड़ों के आसपास सफाई कर पौध रोपण किया। आवास-विकास कालोनी में वैश्य समाज उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष गौरव अग्रवाल, महिला जिलाध्यक्ष प्रतिभा अग्रवाल, मनोज गोयल, कोमल मित्तल, राम गुप्ता, आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल, दीपक ¨जदल आदि ने आवास-विकास में अभियान चलाकर सड़क किनारे लगे पेड़-पौधों के आसपास जमी घास साफ की। इस दौरान कई पेड़ ऐसे मिले, जिसके चारों ओर कंक्रीट भरी थी और पेड़ों की जड़ों में पानी जाने की जगह नहीं थी। इस पर पेड़ के चारों और पानी जाने के लिए कुछ जगह बनाई गई, जिससे पेड़ों की जड़ों को पानी पहुंचता रहे। कई बार पेड़ों की जड़ों में पानी नहीं पहुंचने से पेड़ सूख जाते हैं। इसके बाद पौध रोपण किया। विभिन्न प्रजातियों के 10 पौधे लगाए। इस दौरान वैश्य समाज उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष गौरव अग्रवाल ने पेड़ों के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि पेड़-पौधों पर मनुष्य निर्भर है। इनसे हमें सब्जी, फल, लकड़ी आदि प्राप्त होते हैं। इसके अलावा वायु प्रदूषण को रोकने के लिए भी पेड़ों का विशेष महत्व है। विकास के नाम पर तेजी से पेड़ों का कटान किया गया, कभी कालोनी बनाने के नाम पर बाग काट दिए गए तो कभी सड़क चौड़ीकरण की जद में आने से काफी पेड़ कटे हैं। सरकार और स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा समय-समय पर पौध रोपण किया जाता है। मगर इन पौधों के आसपास रहने वाले लोगों के जागरूक न होने से काफी संख्या में पौधे सूख जाते हैं। इसलिए पेड़-पौधों के प्रति सभी को जागरूक होना चाहिए। कहा कि आफिस, दुकान आदि से घर आते-जाते समय अपने आसपास के पेड़ों पर नजर डालते हुए जाएं कि कहीं कोई पेड़ सूख तो नहीं रहा। अगर कोई पेड़ सूखता हुआ दिखाई दे तो उसमें थोड़ी पानी डालें, इससे आप उस पेड़ को समय से पहले मरने से बचा सकते हैं। जितने ज्यादा पेड़ होंगे हमें उतनी ही ज्यादा शुद्ध वायु प्राप्त होगी। क्योंकि पेड़-पौधों से ही हमें सांस लेने के लिए ऑक्सीजन मिलती है। सभी से ज्यादा से ज्यादा पौध रोपण करने का आहवान किया। विकास की अंधी दौड़ में जिस तेजी से पेड़ों का कटान हुआ है, उस तेजी के साथ पेड़ नहीं लगे हैं, इससे प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, बारिश का चक्र भी गड़बड़ा गया है, इन सबको रोकने के लिए हर किसी को समय-समय पर पौध रोपण करना चाहिए।

गौरव अग्रवाल। हमें पेड़ों को बचाने पर भी जोर देना चाहिए। पौध रोपण के बाद उनके आसपास रहने वाले लोगों को जागरूक कर उस पौधे की देखभाल करने की जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए। इससे पौधा सूखकर खत्म नहीं होगा और कुछ दिनों तक खुद भी देखभाल करें।

अनुज अग्रवाल।


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