थाने में बोले बच्चे-नहीं चाहिए ऐसी मां जो भूख से तड़पता छोड़ गई
मुरादाबाद : बच्चों का अपनी मां से गहरा लगाव होता है। बच्चे हमेशा मां की छांव में ही रहना च
मुरादाबाद : बच्चों का अपनी मां से गहरा लगाव होता है। बच्चे हमेशा मां की छांव में ही रहना चाहते हैं, मां भी बच्चों पर जान छिड़कती है लेकिन ये कहानी इस सोच को बदल देगी। ये दास्तां भूख से तड़पते उन छह बच्चों की है जिनकी मां सात दिन पहले उन्हें छोड़ प्रेमी के साथ फरार हो गई। बीमारी की वजह से पिता को खो चुके इन बच्चों को मां के आसरे की दरकार थी। मां के दगा देने पर नफरत की भावना से भरे ये बच्चे दादी के साथ थाने पहुंच गए। कोतवाल से कहा-हमें नहीं चाहिए ऐसी मां जो हमें भूख से तड़पता छोड़ गई, मिल जाए तो उसे फिर से घर न भेजना।
सम्भल कोतवाली क्षेत्र की है घटना
सम्भल के कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी ग्रामीण की शादी 18 वर्ष पहले हुई थी। ग्रामीण के छह बच्चे हुए। बीमारी की वजह से छह माह उसकी मौत हो गई। जमीन न होने की वजह से पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया। किसी तरह मां और दादी मिलकर छह बच्चों को संभाल रहीं थीं। इसी बीच विधवा महिला का गांव के ही एक युवक से प्रेम प्रसंग हो गया। सात दिन पहले महिला दूसरे समुदाय के प्रेमी के साथ बच्चों को छोड़कर फरार हो गई। वह घर में रखे लगभग 10 हजार रुपये भी साथ ले गई।
अब कैसे भरेगा बच्चों का पेट
मां के जाने के बाद दादी के समक्ष बच्चों का पेट भरने का संकट खड़ा हो गया। कई रात भूखे पेट सो चुके बच्चों को अपनी मां से नफरत हो गई। वे शनिवार को अपनी दादी के साथ कोतवाली पहुंच गए। बच्चों ने कोतवाल अनिल समानिया से कहा कि साहब हमारी मां को अब कभी भी वापस घर न भेजना। हमें ऐसी मां नहीं चाहिए। बच्चों की बात सुनकर पुलिसकर्मी भी दंग रह गए।
बच्चों को लेकर दर-दर भटक रही बुजुर्ग
बुजुर्ग दादी छह बच्चों का पेट भरने के लिए दर-दर भटक रही है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। महिला के साथ कोई जमीन नहीं है। कोतवाल अनिल समानिया ने बताया कि महिला ने तहरीर नहीं दी है। अगर तहरीर मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।
दो दिन से बच्चों को भूखा देख कोतवाल ने की मदद
दादी के साथ कोतवाली पहुंचे छह बच्चे दो दिन से भूखे थे। घर में राशन न होने के चलते चूल्हा नहीं जला था। यह जानकारी कोतवाल को लगी तो उन्होंने तत्काल पहले पुलिस कर्मियों से फल मंगाकर बच्चों और बुजुर्ग महिला को दिया। जब बुजुर्ग व बच्चे घर से जाने लगे तो कोतवाल ने उन्हें कुछ रुपये भी दिए। कोतवाली में बैठे भाजपा नेताओं से भी कोतवाल ने मदद दिलाने की अपील की।
एसडीएम ने दिया पट्टा दिलाने का आश्वासन
बच्चों की दास्तान सुन भाजपा नेताओं ने महिला को एसडीएम के पास भेज दिया। साथ ही फोन करके एसडीएम से महिला को पट्टे की जमीन देने और राशन कार्ड बनवाने की बात कही। बुजुर्ग महिला एसडीएम के पास पहुंची। एसडीएम राशिद अली खां ने बताया कि जल्द ही महिला को पट्टा दिलाया जाएगा। राशन कार्ड भी बनवाया जा रहा है।