मकानों संग टूटा सब्र का बाध, रो पड़े गरीब
मुरादाबाद: हाईकोर्ट के आदेश पर बंद पड़ी रामपुर की रजा टैक्सटाइल फैक्ट्री की जमीन से प्रशा
मुरादाबाद: हाईकोर्ट के आदेश पर बंद पड़ी रामपुर की रजा टैक्सटाइल फैक्ट्री की जमीन से प्रशासन ने अवैध कब्जों को खाली करा दिया। इस दौरान फैक्ट्री की खाली जमीन पर बसी अनुसूचित जाति की बस्ती को भी खाली करा दिया गया। बस्ती के बाशिदों ने विरोध में काफी हंगामा किया। रोए और चिल्लाए, लेकिन अफसरों का दिल नहीं पसीजा। जेसीबी चलते ही वहा रहने वाले लोगों की धड़कनें तेज हो गर्इं। मजबूरन बस्ती के लोगों ने अपना सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया।
तपती धूप में बेघर लोगों की आंखों से टपके आंसू भीषण गर्मी में बेघर हुए लोग सरकारी सिस्टम को कोसते रहे। महिलाएं और बच्चे तपती धूप में खुले आसमान के नीचे अपने उजडते आशियाने को देखकर आसू बहाते रहे। इस दौरान अपने छत से टीन शेड उतार रहा पप्पू वाल्मीकी अचानक चक्कर खाकर नीचे गिर गया और घायल हो गया। सभी उसकी मदद को दौड़े और उसे उठाकर चारपाई पर लिटा दिया। प्रशासन ने वहा पहले से एम्बुलेंस की व्यवस्था की थी। अफसरों ने उसे एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भिजवा दिया। मौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी उमेश कुमार मंगला ने बताया कि करीब 28 साल पहले बंद हो गई थी। इसके मकानों और खाली जगह पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध कब्जे हटवाए जा रहे हैं। फैक्ट्री की खाली जमीन पर अनुसूचित जाति के करीब 28 कच्चे मकान हैं और फैक्ट्री के पक्के दर्जन भर मकानों पर लोगों का कब्जा है। इन कब्जों को खाली कराया जा रहा है। उधर उत्तर प्रदेश वाल्मीकी सभा के जिला महामंत्री सोनू कठेरिया का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश का वह सम्मान करते हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर खुद ही लोगों ने जगह खाली कर दी, लेकिन अब सरकार की जिम्मेदारी है कि वह गरीबों को आवास दे।