जौहर यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में 50 छात्रों को मिले स्वर्ण पदक
मुरादाबाद: मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षांत समारोह में 50 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए गए।
मुरादाबाद : मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर के दूसरे दीक्षा समारोह में 50 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक दिए गए। इसके साथ ही पांच सौ छात्रों को डिग्री बांटी गईं। यूनिवर्सिटी के संस्थापक और कुलाधिपति आजम खां ने छात्रों से अच्छा इंसान बनने का आह्वान किया। कहा कि वे बुलंदियों की राह पर चलें, लेकिन कभी ऐसा रास्ता न चुनें, जिससे उनकी बदनामी हो। वे जहां भी जाएं यूनिवर्सिटी का नाम रोशन करें।
समारोह में आजम ने यूनिवर्सिटी को चलाने में आ रही दिक्कतों का भी उल्लेख किया। कहा कि इतना जुल्म तो कर्बला में भी नहीं हुए होंगे, जितना अब हो रहे हैं। सरकार ने हमारे बच्चों को प्यासा मारने के लिए यूनिवर्सिटी का पानी भी बंद करा दिया है। न जाने कितने मुकदमे हमारे ऊपर करा दिए गए हैं। हमने सरकार में रहते जलनिगम में इंजीनियरों की भर्ती करा दी। सरकार ने उन्हें भी हटा दिया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट नें उन्हें बहाल कर दिया। वे तो बहाल हो गए, लेकिन हमारे खिलाफ अब भी जांच जारी है।
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इन्हें मिले स्वर्ण पदक
एमबीए में टापर रहीं निशा रानी को गोल्ड मेडल देकर सबसे पहले सम्मानित किया गया। आजम खां ने खुद मेडल और प्रमाण पत्र दिए। इसके बाद आकिब जावेद, मुहम्मद असलम, इक्तादर रईस, रेनुमा खानम, अरीबा अहमद, अब्दुल कासिम, मैराजुद्दीन, रवि कुमार ¨सह, मुहम्मद जीशान, फरमान शाह, आतिफ खान, श्याम कुमार तोमर, नीता रानी, रफ्पाना बी, सऊद खान, दानिश, अरबाब अली, मोह्मद फैसल, समन मुईन, मुहम्मद तलहा आदि 50 छात्रों को गोल्ड मेडल दिए गए।
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रामपुर की अवाम पर नवाबों ने किए जुल्म
रामपुर की अवाम पर नवाबों ने भी बहुत जुल्म किए। यहां आठवीं कक्षा से आगे पढ़ाई करने पर नवाब ने पाबंदी लगा रखी थी। मौलाना मुहम्मद अली जौहर विलायत से तालीम लेकर रामपुर लौटे तो नवाब ने उनके पैरों में बेड़ी डलवा दी थीं। नवाबी दौर में यहां हाईकोर्ट का जज भी अंगूठा छाप था। हमने रामपुर के गरीब बच्चों को बेहतर तालीम दिलाने की कोशिश की, इसलिए हमें परेशान किया जा रहा है।
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मुख्य अतिथि ने यूनिवर्सिटी की तारीफ की
मुख्य अतिथि नालसर यूनिवर्सिटी आफ ला हैदराबाद के वाइस चांसलर डॉ. फैजान मुस्तफा ने कहा कि आज के दौर में तमाम यूनिवर्सिटी में फीस बहुत ज्यादा है, लेकिन यहां कम है और शिक्षा बहुत अच्छी है। यहां अनुशासन भी सबसे अच्छा है, यह बहुत ही खुशी की बात है। छात्रों को ¨जदगी में तरक्की के लिए लक्ष्य तय कर उसे हासिल करने के लिए कोशिश करनी चाहिए।
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नहीं आए मुलायम ¨सह
यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम ¨सह यादव को भी आना था। वह यूनिवर्सिटी के विजिटर भी हैं। यूनिवर्सिटी के सीइओ अब्दुल्ला आजम ने बताया कि उन्हें हेलीकॉप्टर से आना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण उन्हें दिल्ली से उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिल सकी। इस कारण उनका आगमन स्थगित हो गया।