..तो एक जून से बाजार में नहीं दिखाई देगा आलू, टमाटर
मुरादाबाद। होशियार हो जाइए। एक से दस जून तक शहर की मंडिया फसलों के उत्पाद से खाली-खाली नजर
मुरादाबाद। होशियार हो जाइए। एक से दस जून तक शहर की मंडिया फसलों के उत्पाद से खाली-खाली नजर आएंगी। न सब्जी पहुंचेगी न गेहूं, आलू और टमाटर। यानी प्याज, बेंगन, लौकी और करेला की खरीद के लिए भी गाव तक दौड़ लगानी पड़ेगी। यह कोई प्रशासनिक या यूनियन की घोषणा नहीं बल्कि किसानों की हुंकार है। राष्ट्रीय किसान महासंघ के बैनर तले देशभर में ये कार्यक्रम चलाया जाएगा। यानी किसान अपने उत्पाद बेचने के लिए शहर नहीं जाएंगे। उपभोक्ताओं को जरूरत पूरी करने के लिए गाव जाकर सब्जी आदि खरीदननी होंगी।
सरकार की नीतियों का करेंगे विरोध : देशभर के किसान संगठनों ने ये फैसला केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लिया है। जिसके तहत एक जून से दस जून तक किसान अपनी फसलों का उत्पाद बाजार में बेचने नहीं जाएंगे। यानी जरूरतमंद गाव जाकर ही खाद्य सामग्री खरीदेंगे। कार्यक्त्रम को अमलीजामा पहनाने के लिए 21 मई को राष्ट्रीय किसान महासंघ की बैठक होगी जिसमें रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।
भाकियू अराजनीतिक असली के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह ने बताया कि देशभर में चीनी का रिकार्ड उत्पादन होने के बावजूद केंद्र सरकार ने 60 हजार मी. टन चीनी पड़ोसी मुल्क से आयात की है। यूपी की चीनी मिलों पर किसानों का 12 हजार करोड़ रुपये बकाया है। किसान परेशान हैं उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
एक से 10 जून तक आदोलन :
केंद्र सरकार देश को किसान मुक्त करना चाहती है जिसके विरोध में राष्ट्रीय किसान महासंघ ने एक से दस जून तक देशभर में आदोलन शुरू करने का मंसूबा तैयार किया है। इस अवधि में किसान अपने उत्पाद शहर की मंडियों में लेजाने के बजाए गाव में ही बेचेंगे। उन्होंने कहा कि आदोलन को अंतिम रूप देने के लिए 21 मई को लोनिवि निरीक्षण भवन में किसान संगठनों की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी।