सोनू निगम, मंत्री सुरेश खन्ना समेत चार को सम्मान से नवाजेंगे राज्यपाल
मुरादाबाद : तीर्थकर महावीर विश्वविद्यालय का चौथा दीक्षांत समारोह 24 मार्च को होगा। इसमें राज्यपा
मुरादाबाद : तीर्थकर महावीर विश्वविद्यालय का चौथा दीक्षांत समारोह 24 मार्च को होगा। इसमें राज्यपाल प्रख्यात गायक सोनू निगम, शिक्षाविद् एवं समाजसेवी अरविंद गोयल, प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री सुरेश खन्ना और वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अरुण खन्ना को डी. लिट की उपाधि से नवाजेंगे। इसको लेकर टीएमयू संस्थान के अधिकारियों ने तैयारियां पूरी कर ली है।
जनता के कल्याण के लिए 40 वर्षो का सफर
प्रदेश में नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना पिछले 40 वर्षो से लगातार शाहजहांपुर से विधायक हैं। उनकी सामाजिक कार्यो के प्रति प्रतिबद्धता के आगे कोई नहीं टिक पाता है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल सुरेश खन्ना के पास सबसे अहम विभाग नगर विकास के आलावा संसदीय कार्यमंत्री एवं रोजगार मंत्रालय का कार्यभार भी है। विधानसभा में कई बार कई मामलों में उनकी समझदारी जग जाहिर है। उनके कुशल एवं प्रेरणादायी नेतृत्व, राजनीतिक ज्ञान, सामाजिक विकास और जनता कल्याण में योगदान के लिए उन्हें डी लिट की उपाधि दी जाएगी।
शिक्षा में बेमिसाल योगदान और समाजसेवा
प्रख्यात समाजसेवी एवं शिक्षाविद् अरविंद गोयल ने शिक्षा के क्षेत्र में बेमिसाल योगदान दिया है। एमआइटी के संस्थापकों में शामिल अरविंद गोयल युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। उनके देशभक्ति परख और विवेकानंद व चंद्रशेखर के पदचिह्नों पर चलने के प्रेरणादायी उद्बोधन के दौरान हॉल में सिर्फ तालियां बजती हैं। बेटे की भांति वृद्धाश्रमों में बुजुर्गो की देखभाल करना उनकी दिनचर्या में शामिल है। स्मार्ट सिटी की परिकल्पना से पहले महानगर में तीन एसी निश्शुल्क शौचालय बनवाकर समाजसेवा का अनुकरणीय योगदान प्रस्तुत किया है। उनकी असाधारण गतिविधियों के लिये टीएमयू डी लिट की उपाधि प्रदान करेगा।
युवाओं की धड़कन, जिनके संगीत पर थिरकते हैं सभी
प्रख्यात पार्श्व गायक सोनू निगम युवा दिलों की धड़कन हैं। उनके रोमांटिक गीतों को हर युवा गुनगुनाता है। उनकी उपलब्धियां युवाओं के लिए प्रेरणादायी रही हैं। सोनू निगम हिंदी के अलावा कन्नड़, उड़िया, तमिल, असमिया, पंजाबी, बंगाली, मराठी और तेलुगु फिल्मों में भी गा चुके हैं। हर भाषा में उनके युवा सबसे ज्यादा दीवाने हैं। वर्ष 2000 में फिल्म धड़कन के लिए गाना 'दिल ने ये कहा है दिल से', 2001 में कभी खुशी कभी गम फिल्म में 'बोले चूडियां' गाकर ऐसे छाये कि अभी तक युवाओं की धड़कन बने हुए हैं। उनके एलबम को सबसे ज्यादा युवा ही पसंद करते हैं।
फोटोग्राफी का प्रभाव कला और संस्कृति पर दिखाया
प्रख्यात वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अरुण खन्ना ने अपनी फोटोग्राफी से विश्व में पहचान बनाई है। उनके फोटोग्राफी के योगदान से क्षेत्र में नई क्रांति आई है। उन्होंने अपने फोटो ग्राफिक प्रयासों से भारतीय कला और संस्कृति को दर्शाया, जो वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी के साथ युवाओं के लिए प्रेरणादायी बना। इससे पहले अरुण खन्ना को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय 19 अवार्ड मिल चुके हैं। युवाओं को फोटोग्राफी सिखाने के लिए आगे रहने वाले अरुण की पहचान फोटोग्राफी में बनी। टीएमयू के छात्र-छात्राओं के लिए भी प्रेरणादायी रहे।