प्लास्टिक के बोरे में मिली नवजात कन्या, राहगीरों की वजह से मिला जीवनदान
अमरोहा की औद्योगिक नगरी गजरौला में कलयुगी मां नवजात कन्या को प्लास्टिक के बोर
मुरादाबाद : अमरोहा की औद्योगिक नगरी गजरौला में कलयुगी मां नवजात कन्या को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर सड़क किनारे लावारिस छोड़ गई। उधर से गुजरते लोगों की नजर उस पर पड़ी तो सूचना क्षेत्र में फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस नवजात कन्या को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल ले आई। चिकित्सक उसे स्वस्थ बता रहे हैं।
पहले स्कूल के चौकीदार की नजर पड़ी
रविवार की सुबह साढे़ पांच बजे बस्ती में पाल व मझोला रोड स्थित कलुआ ठेकेदार की टाल के बाहर सड़क किनारे एक प्लास्टिक का बोरा पड़ा था। उस पर पास स्थित स्कूल के चौकीदार की नजर पड़ी और उसने नजदीक पहुंचकर देखा तो नवजात कन्या दिखाई पड़ी। इसके बाद यहां देखने वालों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलने पर 100 डायल पुलिस भी पहुंच गई। नवजात को कब्जे में लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा दिया।
कोई पत्थरदिल इंसान नवजात को छोड़ कर गया हो
क्षेत्र निवासी वसीम ने बताया कि मौके की परिस्थिति से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कोई पत्थर दिल इंसान नवजात को कुछ देर पहले ही वहां छोड कर गया हो। इधर सीएचसी के चिकित्साधीक्षक डा.योगेंद्र ¨सह ने बताया नवजात स्वस्थ है। उसका वजन दो किलो चार सौ ग्राम के लगभग है। उसकी देखभाल को अस्पताल में दो नर्स, एक फार्मासिस्ट और दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की डयूटी लगाई है। वहीं इसकी सूचना एसडीएम, सीएमओ व चाइल्ड हेल्पलाइन को दे दी गई है।
अपनों ने ठुकराया तो गैरों ने फैला दिए हाथ
जन्म लेते ही कलयुगी मां-बाप ने भले ही नवजात को ठुकराते हुए सड़क किनारे डाल दिया हो, लेकिन नन्हीं सी जान की परवरिश को गैरों ने हाथ फैला दिए हैं। सीएचसी के अधीक्षक डॉ योगेंद्र ¨सह ने बताया कि इस नवजात को ग्रहण करने और उसकी परवरिश की जिम्मेदारी लेने को 40-50 लोग तैयार हैं। उन पर नवजात को देने के लिए तरह-तरह से दबाव भी बनाया जा रहा है, लेकिन उन्होंने कानूनी तरीका सभी को बताने के साथ जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत करा दिया है।