आदमखोर तेंदुए ने अब दंपती और किशोरी पर बोला हमला
वन विभाग की तमाम कोशिशों को धता बताते हुए आदमखोर तेंदुए ने अब दंपती और किशोरी पर बोला हमला।
जागरण संवाददाता, ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) : वन विभाग की तमाम कोशिशों को धता बताते हुए आदमखोर तेंदुए ने बालापुर में दंपती और अब्दुल्लापुर लेदा में किशोरी पर हमला किया। किसानों ने लाठी-डंडे लेकर तेंदुए को ललकारा तो वह खेतों में भाग निकला। गुस्साए किसानों ने सरकारी तंत्र की लापरवाही के खिलाफ हंगामा भी किया।
कोतवाली के ग्राम बालापुर में सोमवार की सुबह तेंदुए ने 10 वर्षीय शिवा को मार डाला था। इसके बाद से वन विभाग की टीम गाव में तैनात है। इसके बावजूद शुक्रवार को तेंदुए ने कूड़नाथ मंदिर के पास पशुओं का चारा लेने गए किसान खड़क सिंह और पत्नी गीता देवी पर हमला बोल दिया। उनकी चीखपुकार सुनकर आसपास के किसान लाठी-डंडे लेकर पहुंचे तो तेंदुए ने उन्हें भी गुर्राया। इस बीच और लोगों के आने पर वह जंगल की तरफ भाग गया।
दूसरी तरफ बीती रात अब्दुल्लापुर लेदा में भी तेंदुए ने गाव के बाहरी छोर पर बसे मुहम्मद यूनुस के परिवार पर हमला बोल दिया। उसकी बेटी अलफिजा को पिछले दिनों तेंदुआ जख्मी भी कर चुका है। परिजनों के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। इस पर तेंदुआ भाग गया।
पिंजरे में कुत्ता बंधा देख भड़के मुख्य वन संरक्षक
आदमखोर तेंदुए के बच्चों पर हमले के बाद निरीक्षण करने पहुंचे मुख्य वन संरक्षक पिंजरे में कुत्ता देखकर भड़क उठे। बरेली के मुख्य वन संरक्षक अरविंद गुप्ता ने कहा कि इंसानों पर हमला कर चुका तेंदुआ कुत्ते के लालच में आसानी से नहीं फंसेगा। तेंदुआ चालाक होता है। पिंजरे के अंदर पहली मर्तबा में नहीं पहुंचेगा। उन्होंने चारे के रूप में तेंदुए को लुभाने के लिए बकरा बाधने का आदेश दिया। बकरा भी पिंजरे के बाहर बाधा जाए। पहली मर्तबा बकरे का शिकार करने के बाद दूसरा बकरा पिंजरे के अंदर बाधा जाए। तब जाकर तेंदुआ बकरे के लालच में पिंजरे में फंस पाएगा। बकरा भी मीडियम साइज का होना चाहिए। इसके बाद आनन फानन में स्थानीय वन अफसरों ने दो बकरों का बंदोबस्त किया।