कुल्हाड़ी का रिश्ता लकड़हारे से है तो सुई का रिश्ता किससे
मुरादाबाद : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में सोमवार को पहली और दूसरी पाली में परीक्षा देकर बा
मुरादाबाद :
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में सोमवार को पहली और दूसरी पाली में परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र आसान लगा है। अभ्यर्थियों के चेहरे खिले हुए थे। उनका कहना था कि 150 सवालों में से 120 से ज्यादा के जवाब दिए है। अधिकाश अभ्यर्थियों ने 70 फीसदी से अधिक सवाल सही हल करने का दावा भी किया है। प्रश्न पत्र छूटते ही दूसरी पाली के अभ्यर्थियों ने मामले की जानकारी ली। यहा अलग-अलग तर्क देखने को मिले। जहा महिला अभ्यर्थियों ने गणित और रीजनिंग को आसान बताया, वहीं पुरुष अभ्यर्थियों ने गणित को मुश्किल बताते हुए कहा कि इसके सवाल थोड़े कठिन थे। उन्होंने हिंदी को आसान बताया जबकि लड़कियों ने इसको थोड़ा मुश्किल बताया है।
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हिंदी में थोड़ी दिक्कत आई। हालाकि, गणित और रिजनिंग बेहद आसान थे। हमने ज्यादातर सवालों के जवाब दिए है। कई सवाल तो हाल में हुए घटनाक्रम से जुड़े हुए थे। पुलिस में इसलिए आना चाहते हैं, ताकि पीड़ितों को न्याय दिला सकें । हमारे परिवार के कई सदस्य भी पुलिस में नौकरी कर रहे है। उनसे ही प्रेरणा ली है।
रूचि, विजय नगर गाजियाबाद
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सबसे आसान सवाल वह लगा, जिसमें लकड़हारे और दर्जी के बारे में प्रश्न किया गया है। इसमें पूछा गया है कि अगर कुल्हाड़ी का रिश्ता लकड़हारे से है तो सुई का रिश्ता किससे है। इस प्रश्न का सीधा जवाब यही है कि सुई का रिश्ता दर्जी से है। हालाकि, हिंदी में व्याकरण और गणित के सवालों ने अभ्यर्थियों को उलझाए रखा। रीजनिंग के कारण अभ्यर्थियों को दो घटे भी कम समय दिखाई दिया।
प्रिया, राजू तलैया बागपत
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फोटो..55 अधिकाश प्रश्न बेहद आसान थे। मैने 150 में से 120 प्रश्नों के जवाब दिए है। लेकिन यहा माइनस मार्किंग नुकसान कर सकती है। पुलिस में मेरे पापा नरेंद्र गौतम है, जो टॉनिका सिटी गाजियाबाद में तैनात है। पापा के पदचिन्हों पर चलकर पीड़ितों को इंसाफ दिलाना चाहती हूं।
पारूल गौतम, कविनगर गाजियाबाद
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प्रश्न पत्र काफी ईजी था। जरनल नॉलेज से ज्यादा सवाल हाल में हुए घटनाक्रम से जुड़े हुए थे। पुलिस की आइपीसी से कोई सवाल नहीं आया है। हमने आइपीसी और सीआरपीसी की तैयारी भी की हुई थी। प्रश्न पत्र को देखकर लग रहा है कि ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थी उत्तीर्ण हो जाएगे।
यशू पाल, विजय नगर, गाजियाबाद
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