वीजा में अब लगेगा अनापत्ति प्रमाण पत्र
मुरादाबाद : मूंढापांडे थानाक्षेत्र के अहरौला माफी निवासी रईस और उसके मौसेरे भाई सलीम से
मुरादाबाद : मूंढापांडे थानाक्षेत्र के अहरौला माफी निवासी रईस और उसके मौसेरे भाई सलीम से तीन लाख रुपये लेकर एजेंटों ने उन्हें सऊदी अरब भेज दिया। वहां पहुंचकर जानकारी हुई कि उन्हें वर्किंग वीजा के स्थान पर टूरिस्ट वीजा दिया गया है। चूंकि रईस ने कर्ज लेकर वीजे की रकम अदा की थी। इस कारण कुछ दिन रुक कर काम करने का निर्णय लिया। विदेशी कानून से अनजान दोनों भाइयों को वीजे की अवधि समाप्त होने पर सऊदी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। परिजनों के प्रयास के बाद वह वापस आए और मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी। रईस और सलीम अकेले नहीं बल्कि बीते छह महीने के आंकड़े उठाकर देखें तो 17 मामले मुरादाबाद में और 56 मामले मंडल में सामने आए हैं। लगातार बढ़ रहे इन मामलों की जानकारी की गई तो प्रदेश में 780 और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 312 ठगी के मामलों की जानकारी हुई। विदेश में पकड़े जाने के बाद मंत्रालय स्तर की कवायद और बढ़ जाती है। इस परेशानी से बचने के लिए सरकार ने स्थानीय खुफिया इकाई की कसरत बढ़ा दी है। अब तक स्थानीय खुफिया इकाई पासपोर्ट की जांच करती थी। अब वीजा मिलने के बाद पहले एलआईयू वीजा की जांच करेगी। इसके बाद विदेश यात्रा करने वाले को वीजा का प्रकार बताया जाएगा। कार्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र लगने के बाद ही विदेश यात्रा सम्भव हो सकेगी। वहीं शासन से स्थानीय एजेंटों की जांच भी करने के लिए कहा गया है। फर्जी वीजा थमाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किये गए हैं।
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खुफिया जांच में सामने आया है कि वर्किंग वीजा के नाम पर टूरिस्ट वीजा उपलब्ध कराकर विदेश भेजने का गिरोह पश्चिम उत्तर प्रदेश में सक्रिय है। टूरिस्ट वीजा पर नौकरी के लिए भेजने के मामले सामने आने पर विदेश मंत्रालय ने जनवरी के अंतिम सप्ताह में नई गाइड लाइन जारी की है। इसके बाद स्थानीय खुफिया इकाई को सतर्क कर दिया गया है। कहा गया है कि जब तक प्रपत्रों की पूरी जांच न हो जाए, तब तक विदेश यात्रा करने वालों के कागज आगे न बढ़ाएं।
-डॉ. प्रीतिन्दर सिंह, एसएसपी, मुरादाबाद।