अमरोहा में कल वोट पड़ेंगे! बहू को साथ लेकर आज ही आ जाना बेटा
मुरादाबाद हेलो बेटा बब्लू कैसे हो बेटा। बहू-बचे कैसे हैं। अछा यह बताओ घर कब आ रहे हो। देखो गुरुवार के लिए अमरोहा मतदान है। हम सबको वोट डालने चलना है। बहू-बचों को साथ लेकर आज ही आ जाओ। एक वृद्धा गाजियाबाद में रह रहे अपने इंजीनियर बेटे से फोन पर कुछ इस तरह बतियाती नजर आई।
मुरादाबाद : हेलो बेटा बब्लू, कैसे हो बेटा। बहू-बच्चे कैसे हैं। अच्छा यह बताओ घर कब आ रहे हो। देखो गुरुवार के लिए अमरोहा मतदान है। हम सबको वोट डालने चलना है। बहू-बच्चों को साथ लेकर आज ही आ जाओ। एक वृद्धा गाजियाबाद में रह रहे अपने इंजीनियर बेटे से फोन पर कुछ इस तरह बतियाती नजर आई।
बुजुर्गो में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह
लोकसभा चुनाव को लेकर भले ही बाहर रह रहे बच्चे संजीदा न हों लेकिन बुजुर्ग माता-पिता में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह है। इसकी बानगी उस समय देखने को मिली। जब बीएलओ गाजियाबाद में रह रहे बहू-बेटे की मतदान की पर्ची मोहल्ला मोतीनगर में बूढ़ी मां को देने पहुंचा।
बब्लू गाजियाबाद की प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर
हुआ यूं कि मोहल्ला मोतीनगर के प्रेम सिंह की पत्नी मीना देवी (66) का स्वास्थ्य सही नहीं रहता है। बड़े बेटे का पहले निधन हो गया। दूसरा बेटा बब्लू गाजियाबाद की प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर हैं और पत्नी-बच्चों के साथ वहीं पर रहकर गुजर बसर कर रहे हैं। यहां 18 अप्रैल को मतदान है।
बीएलओ ने बेटे और बहू की मतदाता पर्ची दी तो तुरंत किया फोन
बीएलओ बूढ़ी मां के घर के दरवाजे पर पहुंचा और उनके साथ इंजीनियर बेटे और बहू की मतदाता पर्ची दी तो उन्हें मतदान की याद आई। बूढ़ी मां ने तुरंत इंजीनियर बेटे को फोन लगाकर कुछ इस प्रकार मतदान की याद दिलाई---हेलो, हां बब्लू कैसे हो बेटा, बहू-बच्चे कैसे हैं। अच्छा यह बताओ घर कब आ रहे हो। देखो यहां गुरुवार को मतदान है। हम सभी को वोट डालने जाना हैं। बहू-बच्चों को लेकर आज ही आ जाओ। इतना कहने बाद जवाब सुनकर मां ने फोन काट दिया।