आवाम की सेहत से सबने मोड़ा मुंह
मुरादाबाद : निकाय चुनाव का बिगुल बजने के बाद शहर के 70 वार्ड में महापौर-पार्षद प्रत्याशी ला
मुरादाबाद :
निकाय चुनाव का बिगुल बजने के बाद शहर के 70 वार्ड में महापौर-पार्षद प्रत्याशी लोगों से मिलकर चुनाव में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशी पुराने रटे-रटाए वादों को दोहरा रहे हैं। सभी के अपने-अपने दावे हैं। हर कोई सफाई व्यवस्था का दावा तो कर रहा है। पिछले चुनाव में किये वादे किसी को याद नहीं है। सफाई, नाला-नाली सफाई, जल निकासी नहीं होने से शहर में हर साल मौसमी बीमारी से पीड़ित लोगों की भीड़ अस्पतालों में नजर आती है। हालात ये हैं कि नगर निगम की अनदेखी की वजह से शहर में बीमारियां पनपती है। इसको लेकर किसी महापौर प्रत्याशी ने पुख्ता प्लानिंग बताई है। सभी पार्टी की उपलब्धियां और जीतने के बाद काम दिखाने का वादा कर रहे हैं। शहर के लोगों का स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए सबसे जरूरी है सफाई व्यवस्था का दुरुस्त होना। इसपर अभी किसी की प्लानिंग नहीं है। कोई दावा कर रहा है हाउस टैक्स हाफ जलकर माफ आदि वादे लोगो से कर रहा है। प्रमुख समस्या पर किसी का कोई ध्यान नहीं है। लोगों की सेहत ठीक रखने के लिए किसी के पास प्लानिंग नहीं है। सवाल ये है कि वोट के लिए सभी दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं, लेकिन लोगों की सेहत के प्रति कोई गंभीर नहीं है।
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आयुर्वेद क्लीनिक से तसल्ली
नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के नाम पर टाउन हाल में आयुर्वेद क्लीनिक खुला है। सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा चंद मरीजों की परीक्षण होने के बाद कागजी खानापूर्ति भी हो जाती है। ऐसे में आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग लोगों की सेहत सुधारने में कितना गंभीर है।
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सफाई कर्मचारियों की होती है ट्रांसफर-पोस्टिंग
लोगों के स्वास्थ्य को छोड़कर नगर निगम स्वास्थ्य विभाग में सफाई कर्मचारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग पर ध्यान दिया जाता है। इसको लेकर सफाई कर्मचारी नेता हो या फिर अधिकारी सभी की बात बनती और बिगड़ती रहती है।
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वर्जन कोट :
इस बार भी सभी वोट की अपील करने आ रहे हैं। नालियों की सफाई नहीं होने से हमे बीमारी झेलनी पड़ती है।
विजय अवस्थी
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शहर के प्रमुख बुधबाजार में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। यहां काम करने वाले कर्मचारी भी अधिकतर बीमार रहते हैं।
अमित गर्ग
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महापौर-पार्षद के पास स्वास्थ्य के लिए कोई प्लानिंग नहीं है। अभी तक किसी ने ये नहीं कहा कि वार्ड से बीमारियों को दूर करने के लिए क्या करेंगे।
श्रीओम गुप्ता
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बारिश के मौसम में जलभराव की वजह से मलेरिया और डेंगू का खतरा मंडराने लगता है। हर बुखार डेंगू लगता है।
प्रशांत अरोरा
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मुहल्ले की नालियों की सफाई नहीं होने से सिल्ट जमी रहती है। कीड़े-मकौड़े नालियों में घूमते रहते है। नगर निगम पर कोई असर नहीं पड़ता।
सुरेश भूटानी
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शहर में ज्यादातर स्थानों पर जलभराव की वजह से नाले-नालियां उफनते हैं। इनमें पनपने वाले मच्छर घरों में घुसते हैं। इनके काटने से बीमारी फैलती है।
डॉ. सरताज
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नालियों के पानी की निकासी न होना भी बड़ी समस्या है। इस समस्या पर किसी ने भी चर्चा नहीं की है। चुनाव जीतने के बाद क्या काम करेंगे।
प्रभास सक्सेना
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नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग फॉगिंग नहीं कराता है। नालियों में दवा का छिड़काव भी नहीं होता है। सफाई नहीं होने से बीमारी फैलती है।
अनिलकांत वर्मा
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नगर निगम कार्यालय के करीब कटरानाज में भी गंदगी भरी रहती है। वहां हल्की बारिश से जलभराव की समस्या होती है। खाने के सामान पर मक्खी मच्छर बैठते हैं।
तनुज अग्रवाल