इंडस्ट्रीज के हिसाब से हो रोजगारपरक कोर्स
मुरादाबाद : एमआइटी में शनिवार को इण्डस्ट्रियल इंस्टीट्यूट कान्क्लेव आयोजित हुई। इसमें दिक्कतों
मुरादाबाद :
एमआइटी में शनिवार को इण्डस्ट्रियल इंस्टीट्यूट कान्क्लेव आयोजित हुई। इसमें दिक्कतों को तकनीक की मदद से दूर करने पर मंथन हुआ।
डिप्टी कमिश्नर उद्योग केन्द्र श्रीनाथ पासवान ने बताया कि भारत सरकार नई स्र्टाटअप पॉलिसी लेकर आयी है। छात्र-छात्रा इसे समझे और अपना रास्ता खुद चुने। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान को ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए मैन, मशीन, और मैथड का महत्वपूर्ण योगदान है। मेटल हैंडी क्राफ्ट सर्विस सेन्टर के प्रबंधक आरके शर्मा ने कहा कि रोजगार के लिए पहुंचे युवाओं को इण्डस्ट्री और उसके काम को समझने में ही काफी समय लग जाता है। अगर पहले से पता हो तो इण्डस्ट्री और छात्र एक दूसरे पर अपनी निर्भरता पहचान कर चुनाव कर सकते हैं। रेलवे के सीनियर सेक्सन इंजीनियर मंयक गोयल ने कहा कि इण्डस्ट्री और इंस्टीट्यूटस के बीच के गैप को विघटन विश्लेषण केमाध्यम से ही दूर किया जा सकता है। औद्योगिक इकाईया लगातार विकसित हो रहीं हैं। साफकॉन इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड के विभव ने कहा कि विश्वविद्यालयों द्वारा इंडस्ट्रीज के हिसाब से कोर्सो में समय-समय पर नये विषय जोड़े जाए। इससे छात्र-छात्राओं के कौशल में विकास होगा। एसबीएम इंटरनेशनल के मंयक विश्नोई ने कहा कि कंपनियां छात्रों से विषय के साथ अन्य कौशल के बारे में भी पूछती है। ऐसे में छात्रों को इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए। साथ ही निकेत अग्रवाल और अभिनव विश्नोई ने भी अपने विचार साझा किये। सीएल गुप्ता के अरूण श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग के लिए इंडस्ट्रीयल आमंत्रण दिया। इस दौरान कॉलेज में वोकेशनल कोर्स का शुभारंभ भी हुआ। इस अवसर पर प्रबंधन तंत्र के चेयरमैन नीरज अग्रवाल, फाउंडर चेयरमैन सुधीर गुप्ता, सेक्रेटरी वाईपी गुप्ता, कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल समेत तमाम उद्यमी और काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रही।