जानिए उस प्रत्याशी के बारे में जिसने दो बार चुनाव परिणाम को दी थी हाईकोर्ट में चुनौती, क्या रहा था नतीजा
UP Chunav 2022 अमरोहा जिले में खत्म हो चुकी गंगेश्वरी विधानसभा सीट पर सर्वाधिक बार चुनाव लड़ने का रिकार्ड पूर्व विधायक व दर्जा राज्यमंत्री रहे जगराम सिंह के नाम है। वह यहां से सात बार चुनाव लड़े हैं। जिसमें वह 1989 व 2002 में विधायक बने थे।
अमरोहा, (आसिफ अली)। UP Vidhan Sabha Election 2022 : अमरोहा जिले में खत्म हो चुकी गंगेश्वरी विधानसभा सीट पर सर्वाधिक बार चुनाव लड़ने का रिकार्ड पूर्व विधायक व दर्जा राज्यमंत्री रहे जगराम सिंह के नाम है। वह यहां से सात बार चुनाव लड़े हैं। जिसमें वह 1989 व 2002 में विधायक बने थे। जबकि दो बार वह मंडी धनौरा सुरक्षित सीट से भी चुनाव लड़े हैं। वह जिले के पहले ऐसे प्रत्याशी थे जो कि दो बार घोषित किए गए चुनाव परिणाम को हाईकोर्ट तक ले गए। उन्होंने याचिका दायर कर दोबारा मतगणना कराने की अपील की थी। परंतु बाद में उन्होंने इस मामले में हाथ पीछे खींच लिए थे।
वर्ष 2011 के परिसीमन में जिले की सुरक्षित गंगेश्वरी विधानसभा सीट खत्म हो गई थी। उसके स्थान पर मंडी धनौरा सुरक्षित बनाई गई थी। गंगेश्वरी सीट पर जगराम सिंह वर्ष 1985 में लोकदल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे। पहले चुनाव में मात्र 350 वोट से हारने वाले जगराम इस सीट पर सबसे अधिक सात बार चुनाव लड़े हैं। यहां से वह 1989 व 2002 में जीत कर विधायक बने थे। जबकि पांच बार जीत के करीब यानि दूसरे नंबर पर रहे थे। जिले में राजनीति में वह पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने दो बार चुनाव परिणाम को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट की शरण ली थी।
जगराम सिंह पहला चुनाव मात्र 350 वोट से पराजित हुए थे उन्होंने प्रशासन पर मतगणना में धांधली करने का आरोप लगाते हुए दोबारा मतगणना कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उसके बाद वह वर्ष 1991 में भी उपविजेता रहे थे। इस बार फिर से उन्होंने हाईकोर्ट में चुनाव परिणाम को चुनौती दी थी। गंगेश्वरी सीट पर सात बार चुनाव लड़ने वाले जगराम सिंह ने नई वजूद में आई सुरक्षित मंडी धनौरा सीट पर भी दमदार प्रदर्शन किया था। वर्ष 2012 के चुनाव में वह रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ते हुए तीसरे स्थान पर रहे थे। जबकि वर्ष 2017 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए दूसरे स्थान पर रहे थे।