मुरादाबाद के पीतल दस्तकार हर चुनाव में खोजते इसका समाधान, क्या इस चुनाव में मिलेगा
Brass City Moradabad पीतल के उत्पाद तैयार करके विश्व में मुरादाबाद को पहचान दिलाने वाले दस्तकारों को सरकार की मूलभूत योजनाओं का पता ही नहीं। जनपद में ढाई लाख से अधिक दस्तकार हैं। हर चुनाव में दस्तकारों से तमाम तरह के वादे और दावे किए जाते हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। UP Vidhan Sabha Election 2022 : पीतल को तैयार करके विश्व में पहचान दिलाने वाले दस्तकारों को सरकार की मूलभूत योजनाओं का पता नहीं। मिलना तो दूर की बात रही। जनपद में ढाई लाख से अधिक दस्तकार हैं। हर चुनाव में दस्तकारों से तमाम तरह के वादे और दावे किए जाते हैं। लेकिन, यह वादे तो सिर्फ वादे ही बनकर रह जाते हैं। सोमवार को दैनिक जागरण टीक करूला जयंतीपुर गली नंबर दो में दस्तकारों से मुलाकात हुई। धूप खिलने की वजह से लंच टाइम में सभी धूप सेंकने के लिए खाली प्लाट में बैठे थे।
पीतल कारीगर सैयद रिजवान अली और मुहम्मद सलीम के बीच चुनाव को लेकर बात शुरू हुई तो बोले भाई हम दस्तकार हैं। हमारी समस्या जानने के लिए इन गलियों में झांकने तक कोई नहीं आता है। मौके पर आएंगे तो हकीकत सामने आ जाएगी कि किसने कितना काम कराया है। गलियों के निर्माण को तो छोड़िये, सफाई व्यवस्था तक का इंतजाम नहीं है। हम तो विकास पर ही बात करेंगे। बीच में मुहम्मद हसनैन कूद पड़े कि चुनाव हिंदू और मुसलमान के नाम पर नहीं बल्कि विकास के नाम पर हो। मुद्दों की बात होगी तो नेता दावे-वादे करने के बजाय काम पर ध्यान देंगे।
बुजुर्ग जर्रार अहमद ने बात बीच में काटते हुए कहा कि भाई चुनाव ऐसे ही होता रहेगा तो सब अपनी ढपली अपना राग अलापते रहेंगे। हमारी समस्याओं को दूर कराने के लिए किसी ने भी कोई प्रयास नहीं किया गया है। कौन जीतेगा और कौन हारेगा इसपर चर्चा शुरू हुई तो वोट के ध्रुवीकरण मुहम्मद असलम बोले भाई, यह तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा कि कौन जीतता है। अपना एजेंडा तो साफ है। हमारी समस्याओं को दूर करने वाले को ही हम प्राथमिकता देंगे। मुहम्मद वसीम, तंजीम अली, मुहम्मद नदीम, नाजिम अली तो कहने लगे कि हम लोग दिनभर मेहनत करते हैं। बाहरी हवा का हमें नहीं पता। हमारी समस्याओं का समाधान होगा तो ही हमारे लिए पार्टी विशेष को प्राथमिकता दी जाएगी।