सम्भल की दो सीट पर भाजपा ने पुराने प्रत्याशियों पर जताया भरोसा, दो अन्य पर उतारा नया उम्मीदवार
UP Election 2022 सम्भल की सभी चार सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवार तय कर दिए। भाजपा ने यादव बहुल गुन्नौर सीट से सीटिंग एमएलए अजीत कुमार पर फिर से विश्वास जताया है तो चन्दौसी सुरक्षित सीट से राज्यमंत्री गुलाब देवी की उम्मीदवारी फिर से पक्की कर दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। UP Assembly Election 2022 : भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। यूपी में सात चरणों में होने वाल चुनाव के शुरुआती दो चरणों की सीटों पर भाजपा ने पहली सूची में उम्मीदवार घोषित किए हैं। इनमें मुरादाबाद मंडल के चार जिलों में मुरादाबाद और रामपुर जनपद की एक-एक सीट छोड़कर बाकी सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। मंडल से सरकार में शामिल सभी मंत्रियों पर भाजपा ने फिर से विश्वास जताया है। उनको उनकी ही विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया है। सभी विधायक भी अपना टिकट बचाने में कामयाब रहे हैं। पिछले चुनाव यानी वर्ष 2017 में मंडल की जिन सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, वहां पर नए चेहरे भाजपा ने उतारे हैं।
सम्भल की सभी चार सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवार तय कर दिए। पिछले चुनाव की ही तरह भाजपा ने यादव बहुल गुन्नौर सीट से सीटिंग एमएलए अजीत कुमार पर फिर से विश्वास जताया है तो चन्दौसी सुरक्षित सीट से राज्यमंत्री गुलाब देवी की उम्मीदवारी फिर से पक्की कर दी है। मुस्लिम बहुल सम्भल सीट पर भाजपा ने पश्चिमी यूपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल को फिर से टिकट दे दिया है। सम्भल के हिंदू वोटरों में राजेश सिंघल की छवि तेज तर्रार नेता के रूप में रही है और यह 2007 और 2012 के चुनाव में रनर अप भी रहे। असमोली सीट से पार्टी ने फिर जाट उम्मीदवार उतारा है। यहां से जिला पंचायत के पूर्व सदस्य हरेंद्र सिंह रिंकू को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है।
2017 के चुनाव में यहां से जाट नेता नरेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया था जो दूसरे स्थान पर थे। 2017 के चुनाव की ही तरह भाजपा ने प्रत्याशी चयन का वही फार्मूला रखा है। बता दें कि वर्तमान समय में सम्भल में दो सीट गुन्नौर और चन्दौसी भाजपा के पास है जबकि सपा के पास असमोली व सम्भल की सीट है। ऐसे में प्रत्याशी चयन के बाद इन जगहों पर राेचक मुकाबला देखने को मिलेगा। भाजपा का टिकट घोषित होने के बाद इन चारों विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी करने वाले तकरीबन डेढ़ दर्जन दावेदारों काे झटका लगा है। अब उन्हें मनाना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती के रूप में सामने आएगा।