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UP Police की अनूठी पहल, डिजिटल डायरी में होगा धार्मिक स्थलों का इतिहास, नहीं होने पाएंगे व‍िवाद

Digital Diary of Religious Places अक्सर धार्मिंक स्थलों में मरम्मत करने के नाम पर नया निर्माण कर लिया जाता है। लेकिन जो फोटो और वीडियो पुलिस के पास मौजूद होंगे ऐसे में नए निर्माण का पता लगाना आसान होगा।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 26 Nov 2021 01:16 PM (IST)Updated: Fri, 26 Nov 2021 01:26 PM (IST)
UP Police की अनूठी पहल, डिजिटल डायरी में होगा धार्मिक स्थलों का इतिहास, नहीं होने पाएंगे व‍िवाद
धार्मिक स्थलों के विवाद को देखते हुए पुलिस ने अपनाया नया तरीका।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Digital Diary of Religious Places : धार्मिक स्थलों पर निर्माण को लेकर अक्सर विवाद सामने आते हैं। इन विवादों के कारण पूरे शहर का माहौल खराब हो जाता है। साल 2014 में कांठ के अकबरपुर चेंदरी गांव में मंदिर से लाउडस्पीकर उतारने को लेकर उपद्रव हुआ था। इस उपद्रव के दौरान तत्कालीन डीएम की आंख में चोट लगने के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी घायल हुए थे। ऐसे विवादों को रोकने के लिए पुलिस धार्मिक स्थलों की डिजिटल डायरी बनाने का काम कर रही है। जनपद के 20 थाना क्षेत्रों में जहां भी धार्मिक स्थल हैं, उनकी फोटो के साथ ही वहां होने वाले कार्यक्रमों का डेटा तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही अगर इन धार्मिक स्थलों को लेकर कोई विवाद भी रहा है, तो वह भी डिजिटल डायरी में दर्ज करने का काम पुलिस कर रही है।

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शांति एवं कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस लगातार तकनीकी का सहारा ले रही है। बीते कुछ सालों में लगातार धार्मिक स्थलों में निर्माण कार्य को लेकर विवाद सामने आए हैं। धर्म से जुड़ा मामला होने के कारण नेता भी ऐसे मामलों में आग में घी डालने का काम करते हैं, ताकि उनका वोट बैंक मजबूत हो सके। लेकिन अब ऐसे विवाद जनपद में पनप ही नहीं पाएंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार के निर्देश पर जनपद के सभी थाना क्षेत्रों में स्थित मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों का डिजिटल रिकार्ड तैयार किया जा रहा है। थाना पुलिस के द्वारा इन धार्मिक स्थलों की फोटो, वीडियो बनाने के साथ ही वहां कार्यरत पुजारी, मौलवी, पादरी और ग्रंथी संतों का नाम, पते और मोबाइल नंबर दर्ज करने का काम किया जा रहा है। धार्मिक स्थलों की तैयार हो रही यह डिजिटल डायरी, थाने, सर्किल दफ्तर के साथ ही पुलिस के सभी विभागाध्यक्षों के पास उपलब्ध होगी। अफसरों का मानना है कि इस डायरी के तैयार होने से धार्मिक स्थलों में निर्माण को लेकर होने वाला विवाद नहीं होगा। अक्सर धार्मिंक स्थलों में मरम्मत करने के नाम पर नया निर्माण कर लिया जाता है। लेकिन जो फोटो और वीडियो पुलिस के पास मौजूद होंगे, ऐसे में नए निर्माण का पता लगाना आसान होगा। वहीं बिना किसी पक्षपात के विवाद का निस्तारण भी तत्काल हो जाएगा।

आठ थानों का डिजिटल रिकार्ड हुआ तैयार : जनपद के सभी थाना प्रभारी इस काम को करने में जुट गए हैं। पुलिस अफसरों ने बताया कि मौजूदा समय में जनपद के आठ थाना क्षेत्रों में स्थित सभी छोटे-बड़े धार्मिंक स्थलों का रिकार्ड तैयार हो चुका है, जबकि 12 थानों में अभी रिकार्ड तैयार करने की कार्रवाई चल रही है। वहीं इस रिकार्ड को तैयार करने के बाद इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है, कि किन धार्मिक स्थलों को लेकर पूर्व में विवाद हुआ है।

शांति एवं कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रत्येक स्तर पर काम किया जा रहा है। धार्मिक स्थलों में निर्माण को लेकर अक्सर छोटे विवाद बड़ा रूप ले लेते हैं। ऐसे में जनपद के सभी धार्मिक स्थलों का डिजिटल रिकार्ड तैयार किया जा रहा है। आगामी एक सप्ताह में यह रिकार्ड तैयार हो जाएगा। वहीं पुलिस अफसरों के पास डिजिटल डायरी के रूप में उपलब्ध होगा। इससे विवाद निस्तारण आसानी हो जाएगा।

बबलू कुमार,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,मुरादाबाद  


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