Move to Jagran APP

तिहरा हत्याकांड में शक की सुई परिवार पर, इंस्पेक्टर का एक बेटा हिरासत में

चन्दौसी कोतवाली क्षेत्र में लूट के बाद दो महिला समेत तीन लोगों की हत्या में अभी तक पांचों टीमें खाली हाथ हैैं। साक्ष्य एकत्र करने के लिए शनिवार को डॉग स्क्वाड को भी मौके पर बुलाया गया। तिहरे हत्याकांड में शक की सुई परिवार पर है। पुलिस ने केसर के बेटे से पूछताछ की है।

By RashidEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 12:35 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 12:12 PM (IST)
तिहरा हत्याकांड में शक की सुई परिवार पर, इंस्पेक्टर का एक बेटा हिरासत में
तिहरा हत्याकांड में शक की सुई परिवार पर, इंस्पेक्टर का एक बेटा हिरासत में

मुरादाबाद (जेएनएन)। चन्दौसी कोतवाली क्षेत्र में लूट के बाद दो महिला समेत तीन लोगों की हत्या में अभी तक पांचों टीमें खाली हाथ हैैं। साक्ष्य एकत्र करने के लिए शनिवार को डॉग स्क्वाड को भी मौके पर बुलाया गया। तिहरे हत्याकांड में शक की सुई परिवार पर है। पुलिस ने केसर के बेटे से पूछताछ की है। यह देर रात से पुलिस हिरासत में कोतवाली में है। हालांकि पुलिस अभी तक कड़ी से कड़ी जोड़ रही है।

loksabha election banner

इंस्पेक्टर परिवार के दो सदस्यों समेत तीन को हुआ है कत्ल

चन्दौसी के मुहल्ला तेग बहादुर कालोनी निवासी व मूल निवासी महमूदपुर जनपद बुलंदशहर के स्व. इंस्पेक्टर सत्यपाल ङ्क्षसह के घर में घुसकर हत्यारों ने उनकी पत्नी संतोष, रिश्ते के देवर केसर निवासी शाहपुर जनपद बुलंदशहर और नौकरानी श्रुति पुत्री सीतारमन निवासी समस्तीपुर (बिहार) हाल निवासी गुडग़ांव की लूट के बाद गला रेतकर हत्या कर दी थी। दो दिन तक शव घर के अंदर पड़े रहे। शुक्रवार रात नौ बजे जब रिश्तेदार अनुराग घर पहुंचे तो तीनों की हत्या होने की जानकारी हुई।

घटनास्थल पर दूसरे दिन बुलाया डॉग स्क्वाड

सुबह पुलिस फिर से पहुंची और डॉग स्क्वाड को बुलाया गया। एसपी ने मामले का पर्दाफाश करने और आरोपितों को तत्काल गिरफ्तार करने के लिए चन्दौसी कोतवाली के अलावा कुढफ़तेहगढ़, धनारी, हयातनगर, एसओजी समेत पांच टीम एएसपी के नेतृत्व में गठित कर दी। साथ ही सम्भल व चन्दौसी सीओ को भी टीम में शामिल कर दिया।

कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं

भले ही पुलिस मामले को संपत्ति विवाद से जोड़कर देख रही हो, लेकिन खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है। हत्या क्यों की गई, पुलिस के लिए अभी भी यह पहेली बनी हुई है कि हत्यारे कौन और हत्या करने का कारण क्या रहा? पोस्टमार्टम के बाद केसर के परिजन शव को अपने गांव ले गए तो नौकरानी श्रुति व संतोष के शव रिश्तेदार राजा का मझोला गांव में ले गए। एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि पांच टीमें पर्दाफाश के लिए लगाई हैैं। कई बिंदुओं पर काम चल रहा है। हत्या के कारणों के साक्ष्य जुटाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैैं। जल्द ही घटना का पर्दाफाश होगा।

दस बजे से पहले ही कर दी गई तीनों की हत्या

चन्दौसी कोतवाली क्षेत्र में तीन लोगों की हत्या करने से पहले हत्यारों ने उन्हें खाना तक भी नहीं खाने दिया। तीनों की हत्या रात को 10 बजे से पहले ही कर दी गई क्योंकि परिवार के किसी भी सदस्य ने उस समय तक खाना नहीं खाया था। घर में उस दिन मांस बना था और रोटी बनाने के लिए आटा मल दिया था। हालात बता रहे हैं कि तीनों लोग किसी बाहरी व्यक्तियों का इंतजार कर रहे थे। शायद उन्हीं के लिए मांस भी बनाया गया था। मौके पर मिली शराब भी कुछ इसी तरफ इशारा कर रही है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा हैं कि जो लोग मांस खाने के लिए घर में आ रहे थे उन्होंने ही तीनों की हत्या कर दी। तिहरे हत्याकांड में यह बात तो लगभग साफ होती हुई दिख रही हैं कि तीनों की हत्या किसी करीबी ने ही की है, क्योंकि अगर लूट के इरादे से हत्या होती तो शायद हत्यारे तीनों की जान न लेते। साथ ही अगर जान भी लेते तो इतने क्रूर तरीके से हत्या न की जाती। वहीं घर का मेनगेट खुला होना भी इस तरफ ही इशारा कर रहा हैं कि तीनों की हत्या किसी करीबी ने ही की है, क्योंकि किसी अंजान व्यक्ति को देखकर घर का दरवाजा न खुलता घर के मुख्य गेट पर मेन होल लगा हुआ है। वहीं जब पुलिस को जांच के दौरान रसोई में बना हुआ मांस और रोटी बनाने के लिए मल कर रखा गया आटा मिला तो पुलिस भी यह सोचने के लिए मजबूर हो गई कि शायद जिन लोगों ने हत्या की है, वह भी मांस खाने के लिए संतोष के घर आ रहे थे। हालात बयां कर रहे हैं कुछ बाहरी लोगों का तीनों इंतजार कर रहे थे, क्योंकि मांस बनकर तैयार हो गया था और रोटी के लिए आटा भी मल दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी चारपाई पर लेटकर सभी लोग टीवी देखने लगे। इससे लगता हैं कि तीनों टीवी देखते हुए बाहरी लोगों के आने का इंतजार कर रहे थे। हालात बता रहे हैं कि तीनों की हत्या रात 10 बजे से पहले ही कर दी गई थी। उस समय तक खाना भी नहीं खाया था अगर हत्या देर रात होती तो तीनों खाना खा चुके होते। अब पुलिस हत्यारोपी करीबी मानते हुए मामले की जांच करने में जुटी हुई है।

सीसीटीवी में कैद लोगों की कुंडली खंगालने में लगी पुलिस

कोतवाली क्षेत्र में जिस घर में शुक्रवार की रात तीन शव मिलने के बाद जब पुलिस को मौके से कुछ साक्ष्य नहीं मिले तो पुलिस ने घर के आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने लगी। शनिवार को सुबह एसओजी टीम ने एक दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज एकत्र की। इसके बाद अन्य दो स्थानों पर लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली है। फुटेज में कालोनी के अंदर चहल पहल तो नजर आती हुई दिख रही है, लेकिन अभी तक पुलिस संदिग्धों को चिन्हित नहीं कर सकी है, क्योंकि शनिवार को पुलिस ने फुटेज जल्दबाजी में देखी हैं, लेकिन अब पुलिस सहीं से जब फुटेज देखेगी तो कुछ सफलता मिलने के आसार नजर आ रहे हैं।

डॉग स्क्वाड भी खाली हाथ

घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाने के लिए शनिवार को पुलिस द्वारा डॉग स्क्वाड टीम भी बुलाई गई। मौके पर बुलाई गई टीम का डॉग घटना स्थल से कुछ दूर स्थित एक पैलेस के गेट तक पहुंचा और वहां पर जाकर रुक गया। डॉग तीन बार पैलेस के गेट तक पहुंचा। ऐसे में पुलिस ने पैलेस के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी खंगाली शुरू कर दी। पुलिस द्वारा अंदाजा लगाया जा रहा हैं कि जिस दिन हत्यारों ने घटना को अंजाम दिया उस दिन पैलेस में कार्यक्रम चल रहा था और हत्यारे उसी का फायदा उठाकर पीछे के गेट से कार्यक्रम में होते हुए साफ निकल गए।

चन्दौसी पहुंचने पर हुई श्रुति के परिजनों को हत्या की जानकारी

संतोष उसके रिश्ते के देवर व नौकरानी की हत्या होने की जानकारी महिला के भाई ने संतोष की दोनों बेटियों को तो दे दी, लेकिन नौकरानी श्रुति के माता पिता को उसकी हत्या होने की बात नहीं बताई। हादसे में घायल होने की बात कहते हुए उन्हें चन्दौसी बुला लिया। श्रुति के पिता मां, दो बहन और ताई चन्दौसी पहुंच गए। यहां के बाद संतोष के भाई ने उन्हें अपने गांव राजा का मझौला बुला लिया। जब तक परिजन बेटी की हत्या होने की बात से अंजान थे, लेकिन जैसे ही उन्हें मामले की जानकारी हुई तो उनमें कोहराम मच गया।

केसर के बेटे से पुलिस ने की पूछताछ

पिता की हत्या होने की जानकारी केसर के बेटे को शनिवार की सुबह अखबार पढऩे के बाद हुई। जानकारी होते ही बेटा ललित परिजनों के साथ दोपहर बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गया। उस समय तक पुलिस को केसर के पिता का भी नाम पता नहीं था। जैसे ही केसर का बेटा पहुंचा तो पुलिस ने उससे पूछताछ करनी शुरू कर दी। पुलिस ने केसर के बेटे से नंबर पूछा तो उसने कह दिया कि दो दिन पहले मेरा मोबाइल गिर गया है। यह सुनकर पुलिस दंग रह गई। इसके बाद धनारी इंस्पेक्टर रङ्क्षवद्र प्रताप ङ्क्षसह केसर के बेटे ललित को एक कार में ले गए। जहां पर आधा घंटे तक उन्होंने उससे पूछताछ की।

पिता से बात नहीं करता था ललित

केसर पिछले तीस वर्ष से संतोष के साथ ही रहता था। उसका बेटा इसी बात से नाराज था, क्योंकि केसर नौकरी छोड़कर संतोष के साथ रहने लगा था। केसर स्वं इंस्पेक्टर सत्यपाल ङ्क्षसह का मुमेरा भाई भी था। इसी के चलते ललित अपने माता से बात करनी भी बंद कर दी। जब शनिवार को केसर का बेटा पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा तो पुलिस ने उससे जानकारी करने का प्रयास किया, तो उसने कहा कि वह मुझसे बात नहीं करत थे। जो भी बात करते थे वह मेरे चाचा से ही बात करते थे।

अहम पहलू को भूल बैठी पुलिस

पुलिस भले ही हत्या का कारण संपत्ति विवाद मानते हुए अपनी जांच को आगे बढ़ा रही हो और तमाम पहलुओं को लेकर हवा में तीर चला रही हो, लेकिन पुलिस अहम पहलू को भूल बैठी है। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो कमरे की अलमारी खुली पड़ी मिली। सामान बिखरा पड़ा था। इससे यह प्रतीत हो रहा था कि हत्या के बाद लूट की गई है, लेकिन लूट कितने की हुई है यह पता नहीं लग सका है। बताया जाता हैं कि कुछ दिनों पहले संतोष को मकान खाली करने के लिए कई लाख रुपये मिले थे। वह रुपये कहा गए इस तरह पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया है। पुलिस शनिवार को संतोष का बैंक एकाउंट चेक करके यह पता लगा सकती थी कि वह पैसे उसने बैंक में जमा कर दिए या फिर घर में ही रखे थे। अब रविवार का अवकाश होने के चलते पुलिस संतोष का एकाउंट चेक नहीं करा पाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.