खुले में रखे ट्रांसफार्मर मतलब खतरा ही खतरा
बिना बेरिकेडिग के मार्ग किनारे व्यस्तम इलाकों में रखे खुले में ट्रांसफार्मर हादसों का सबब बने है।
मुरादाबाद : बिना बेरिकेडिग के मार्ग किनारे व्यस्तम इलाकों में रखे खुले में ट्रांसफार्मर हादसों का सबब बने हैं, लेकिन विभाग के आला अफसर समस्या से अंजान बने हैं।
रामपुर व मिलक स्वार आदि सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग ने जमीन पर ही मार्ग के किनारे खुले में ट्रांसफार्मर रख दिए हैं। इनके चारों तरफ न जाली है और न बेरिकेडिग की गई है। इससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है। लोगों की लगातार शिकायतों के बावजूद बिजली विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हैं। व्यस्तम इलाको में खुले में रखे ट्रांसफार्मर खुलेआम हादसों को दावत दे रहे हैं। ऐसा नहीं कि विभागीय अधिकारियों की नजर इन ट्रांसफार्मरों पर नहीं पड़ती हो, लेकिन समस्या के प्रति अन्जान बने हैं। मुख्य चौराहे पर मार्ग किनारे रखे ट्रांसफार्मर की बेरिकेडिग न होने से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।ट्रांसफार्मर में लटक रहे तारों से चिगारी निकलने पर कई बार आग लगने से भगदड़ भी मच चुकी है। यही हाल नगर से सटे गांव जालिफ नगला व नरपतनगर का है। यहां ट्रांसफार्मर की चपेट में आकर एक मौत भी हो चुकी है, जिससे ऐसा लगता है कि बिजली विभाग के आला अफसर किसी बड़ी घटना के इन्तजार में हैं।उपजिलाधिकारी डा. राजेश कुमार ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को अवगत करा मार्ग किनारे रखे ट्रांसफार्मरों की बेरिकेडिग करवाई जाएगी। शिकायतों के बावजूद विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हैं।व्यस्तम इलाकों में बिना बेरिकेडिग के रखे ट्रांसफार्मर हादसों का सबव बने हैं।
विभाग इनके प्रति लापरवाह बना हुआ है।
मकसूद हुसैन। ट्रांसफार्मरों में सप्लाई को लगे बिजली के तार लटक रहे हैं। ट्रांसफार्मर के पास बच्चे भी खेलते हैं।एक महिला की मौत भी हो चुकी है, लेकिन विभाग अंजान बना है।
सलीम अहमद। ट्रांसफार्मरों से कई बार फाल्ट होने पर निकली चिगारियों से आग लग जाती है, जिससे बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
मोहम्मद अहमद। सरकार बिजली आपूर्ति को दुरुस्त रखने के लिए पानी की तरह रुपया बहा रही है, लेकिन विभाग के अफसर सरकार की मंशा पर पानी फेरने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने खुले में रखे ट्रांसफार्मरों की बेरिकेडिग कराने की मांग की है।
बब्बू अली।