Top Moradabad News of the day 07 december 2019, शाम पांच बजे तक की मुख्य खबरें एक नजर में
शाम पांच बजे तक की मुख्य खबरें एक नजर में
हेलीकॉप्टर से पहुंचे दूल्हेराजा, विदा होते समय दुल्हन के चेहरे पर दिखी खुशी
इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। रोज ही हजारों शादियां हो रही हैं लेकिन, कुछ शादियां ऐसी होती हैं जो यादगार बन जाती हैं। न सिर्फ उनके लिए जिनकी शादी होती है बल्कि आसपास के गांवों, तहसीलों व जिले में भी उनकी चर्चा होती है। बुधवार को भी जनपद में सैकड़ों शादियां थी लेकिन, एक शादी पूरे जनपद में चर्चा का विषय बन गई। वजह थी दूल्हे का हेलीकॉप्टर से पहुंचना। यह बरात आई थी गंगापुर आवास विकास के कुंज विहार निवासी अरुण सिंह चौहान के घर।
कांपते हुए रोडवेज की हवादार बसों में सफर करने को मजबूर यात्री
हवादार बसें, सुनते ही मन में एयरकंडीशन बसों का ख्याल आ जाता है लेकिन, रोडवेज के ज्यादातर बसें हवादार हैं। इसलिए नहीं कि वो एसी बसें हैं बल्कि इसलिए कि उनमें खिड़की, दरवाजे ही नहीं होते। हवा आरपार गुजरती है। हालांकि जाड़े के मौसम में रोडवेज प्रबंधन को यात्रियों का कुछ ख्याल आया तो बसों में खिड़की में शीशे तो लगवा दिए हैं लेकिन, वह सही नहीं लगे हैं। अधिकांश बसों में दो पीस वाला दरवाजा है। दरवाजे खराब होने से गैप बन गया है। बसों के चलने पर इस गैप से ठंडी हवा अंदर पहुंचती है।
सपा सांसद आजम खां और शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्षों को नोटिस जारी
शहर कोतवाली पुलिस ने यतीमखाना प्रकरण में सपा सांसद आजम खां, शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी और उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी, पूर्व सीओ सिटी आले हसन खान को नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में इन सभी को एक सप्ताह में बयान दर्ज कराने के लिए कहा है।
रेलवे के आठ लाख रुपये चटकर गए चूहे और खटमल
रेल मंडल में एक साल में आठ लाख रुपये चूहे, खटमल और काकरोच मारने में खर्च हो गए। इसके बाद भी ट्रेन के कोच से इनकी संख्या में कमी नहीं आई है। मंडल रेल प्रशासन को तो इस बात की भी जानकारी नहीं है कि कितने स्टेशन पर चूहे हैैं। सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मुरादाबाद रेल मंडल प्रशासन से वित्तीय वर्ष 2016-17, 2017-18, 2018-19 में ट्रेन के कोच में खटमल, चूहे, काकरोच, सांप होने की कितनी शिकायत मिलीं, मंडल के कितने स्टेशनों पर चूहे हैैं, इनको मारने पर हर साल कितने रुपये खर्च किए जाते हैैं, सवाल पूछे गए थे।
पॉक्सो एक्ट भी न्याय दिलाने में फिसड्डी, जानें क्या है वजह
हैदराबाद, उन्नाव व सम्भल की घटना के बाद भी जिम्मेदारों की नींद टूटी नहीं है। पाक्सो एक्ट के पीडि़तों को त्वरित न्याय व दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए प्रदेश में फास्ट ट्रैक गठित होगी। लेकिन पीडि़तों को इंसाफ तब मिलेगा। जब पूरा तंत्र प्रतिबद्धता से दायित्व निभाए। सच तो यह कि सिरदर्द के टैबलेट से दिल का दर्द दूर करने का प्रयास हो रहा है।