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Delhi Fire: अब्बू फैक्ट्री में आग लगी है, हम बच नहीं पाएंगे Moradabad News

परिजनों के अनुसार तीन की मौत होने की पुष्टि हुई है। घटना के बाद से गांव में भी मातम पसरा हुआ है। रिश्तेदार भी घर पहुंच गए हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 06:06 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 07:05 AM (IST)
Delhi Fire:  अब्बू फैक्ट्री में आग लगी है, हम बच नहीं पाएंगे  Moradabad News
Delhi Fire: अब्बू फैक्ट्री में आग लगी है, हम बच नहीं पाएंगे Moradabad News

मुरादाबाद (मेहंदी अशरफी)। दिल्ली के अनाज मंडी में फैक्ट्री में लगी आग की लपटें मुरादाबाद तक आ गईं। मुरादाबाद के छजलैट अंतर्गत गांव कुरी रवाना गांव के रहने वाले इमरान ने सुबह साढ़े पांच बजे पिता को फोन करके अग्निकांड की जानकारी दी तो परिवार में कोहराम मच गया। फैक्ट्री में धुएं से उसका दम घुट रहा था, दबी आवाज में इतना ही कहा कि अब्बू हम नहीं बचेंगे। फैक्ट्री में आग लगी है और धुएं से दम घुट रहा है। इसके बाद पूरे घर में चीख-पुकार मच गई। सामान बांधा और दिल्ली चल दिए। लगातार फोन मिलाया जाता रहा लेकिन, फोन नहीं मिल सका।

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छजलैट के गांव कुरी रवाना निवासी जमील रविवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे सोए हुए थे। अचानक से फोन की घंटी बजती है। फोन उठाते हैं तो दूसरी ओर से दिल्ली के अनाज मंडी स्थित फैक्ट्री में काम करने वाला बेटा इमरान बोल रहा था। कहा अब्बू बैग फैक्ट्री में आग लग गई है। धुआं भर गया है। बेटे की बेबस आवाज सुनकर जमील ने कहा बेटा डायल-100 पर कॉल कर दे। आग बुझाने वाली गाड़ी को बुलवा ले मेरे बच्चे। इकराम कहां है। इसके बाद कॉल कट गई। जमील की चीख निकल गई और वह बेसुध हो गए। परिवार के लोग घबरा गए। जमील के पांच बेटे हैं, बड़े बेटे इमरान और इकराम दिल्ली में रहकर काम कर रहे थे। जबकि छोटे भाई रिजवान, जीशान और गुफरान, मां मुनीजा, बेटी रानी और तमन्ना सभी जमील के साथ रहते हैं। हादसे की जानकारी पर सभी रोने-बिलखने लगे। गांव के लोगों ने फोन पर संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन, कॉल नहीं लग पाई। गांव में पूरा कुनबा इकट्ठा हो गया। सभी ने आनन-फानन में वाहन मंगवाया और दिल्ली के लिए रवाना हो गए। सुबह साढ़े 11 बजे दिल्ली पहुंचे तो सब खत्म हो गया था।

फैक्ट्री के बाहर था खौफनाक मंजर 

जमील ने बताया कि जब दिल्ली फैक्ट्री के बाहर पहुंचे तो वहां का खौफनाक मंजर देखकर कलेजा मुंह को आ गया। हर कोई बदहवास था, लोग इधर-उधर दौड़ रहे थे। कोई ये बताने वाला नहीं था कि इमरान और इकराम कहां हैं। फैक्ट्री जलकर राख हो गई थी। परिवार के लोग वहीं बाहर रोने लगे। शाम को अस्पताल में दोनों बेटों इकराम (35), इमरान (40) के शव देखने को मिले। वहीं इस हादसे में गांव के ही रहने वाले समीर उर्फ पप्पू (18) की भी मौत हो गई। उसके परिवार के लोगों को रो रोकर बुरा हाल था। गांव के नदीम उर्फ सानू ने समीर के मरने की पुष्टि करते हुए बताया कि परिवार के लोग दिल्ली गए हुए हैं। उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।  

बच्चों के सिर से छिना पिता का साया 

 इमरान और इकराम परिवार के भरण पोषण के लिए दिल्ली जाकर काम करते थे। इमरान के परिवार में पत्नी शहाना और तीन बेटियां हैं तो इकराम की पत्नी शबाना और एक बेटा और बेटी है। पूरा परिवार अभी दिल्ली में ही है। सोमवार को शव लेकर परिवार के लोग गांव आएंगे। 


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