इस बार रमजान में भी फीका है नीबू, प्याज और लहसुन का बाजार,नहीं मिल रहा सही भाव Sambhal News
पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष आधे से कम हो गई मांग व खपत। लॉकडाउन के कारण अन्य सब्जियों के दाम में भी गिरावट देखी जा रही है।
सम्भल,जेएनएन। मई माह की शुरूआत हो चुकी है और लोगों का गर्मी का भी एहसास हो रहा है। इतना ही नहीं रमजान माह भी चल रहा है, लेकिन इसके बाद भी न तो नींबू की मांग बढ़ी है और न ही प्याज व लहसुन की खपत। इस स्थिति को लेकर सब्जी आढ़त कारोबारी काफी परेशान है। क्योंकि पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष इनके खरीदार नहीं है, जिससे इनके माथे पर ङ्क्षचता की लकीरें आ रही है।
गर्मी का मौसम और रमजान का महीना, लेकिन इसके बाद भी नींबू और प्याज व लहसुन के व्यापारी परेशानी झेल रहे है। क्योंकि मंडी में भाव कम होने के बाद भी इनकी मांग नहीं बढ़ रही है। थोक व्यापारियों की माने तो इस बार प्याज, लहसुन के साथ ही नींबू की खपत पिछले वर्ष के मुकाबले आधी रह गई है। इस कारण इन व्यापारियों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारी मांग के साथ खपत पर पड़े प्रभाव को कोरोना से जोड़कर चल रहे है। इस समय लोग नींबू का इस्तेमाल न के बराबर कर रहे है। क्योंकि उन्हें डर है कि कही नींबू के प्रयोग से खांसी या अन्य दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इतना ही नहीं प्याज और लहसुन को लोग अपनी बचत करने के कारण नहीं खरीद रहे है। इन्हीं सब कारणों का असर इन की खरीद पर पड़ रहा है और इससे उनकी खपत भी आधे से कम हो गई है।
-वर्तमान में खपत व भाव (प्रति किलो थोक में)
इस समय स्थानीय प्याज बाजार में ज्यादा आ रही है। इतना ही नहीं इसका भाव भी सात से आठ रुपये प्रति किलो है। जबकि लहसुन का भाव 40 से 50 रुपये प्रति किलो है। वही नींबू 20 से 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मंडी में थोक के हिसाब से बिक रहा है। जो मद्रास व हैदराबाद से स्थानीय मंडी में आ रहा है।
पिछले वर्ष खपत व भाव (प्रति किलो थोक में)
पिछले वर्ष इस समय प्याज 15 से 20 रुपये प्रति किलो थी। उस समय स्थानीय प्याज के साथ ही राजस्थान व मध्यप्रदेश की मंडी से भी माल भारी तादाद में आ रहा था। वही लहसुन का थोक भाव भी एक सौ रुपये प्रति किलो था और वह स्थानीय के साथ ही एटा व मैनपुरी मंडी से यहां पर आ रहा था। जबकि नींबू 60 से 80 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा था।
पिछले वर्ष भाव सही होने के साथ ही खपत भी अधिक थी। उस समय मंडी में लगभग 25 से 30 टन प्याज, एक से सवा टन लहसुन व तीन से चार टन नींबू की खपत थी, लेकिन इस समय यह खपत आधी रह गई है। जबकि रमजान माह और गर्मी का मौसम एक साथ आने से इसकी मांग बढऩे की उम्मीद थी। व्यापारियों और आढ़तियों की उम्मीद पर पानी फिर गया।
अनिल कुमार, थोक आढ़ती, सम्भल