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क्वारंटाइन सेंटर से युवक ने कूदकर दी थी जान, फंसे बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष

Suicide from Quarantine Center

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 07:30 AM (IST)
क्वारंटाइन सेंटर से युवक ने कूदकर दी थी जान, फंसे बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष
क्वारंटाइन सेंटर से युवक ने कूदकर दी थी जान, फंसे बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष

रामपुर, जेएनएन। क्वारंटाइन सेंटर की छत से कूदे युवक की मौत के मामले में जिला अस्पताल में हंगामा करने वाले स्वजनों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इस मुकदमे में मृतक के चचेरे भाई बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अजीत गौतम समेत पांच को भी नामजद किया है। मुकदमा जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश मित्तल की ओर से कराया गया है। घटना चार जुलाई की है। जौहर यूनिवॢसटी में बने क्वारंटाइन सेंटर में आगापुर के विनीत गौतम और उनके भाई अमित को पहली जुलाई को भर्ती किया गया था। उनकी मां कोरोना पॉजीटिव आने पर दोनों भाइयों को आशंकित मानते हुए क्वारंटाइन किया था।

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तीन जुलाई की रात विनीत क्वारंटाइन सेंटर की छत से कूद गया था। अगले दिन सुबह उसकी जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसकी जानकारी मिलने पर स्वजन जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर के इंचार्ज, सुरक्षा कॢमयों व स्टाफ पर युवक का उत्पीडऩ करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। जिला अस्पताल के चिकित्सकों पर भी इलाज न करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था। इस मामले में जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कोतवाली में तहरीर दी। शहर कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल ने बताया कि तहरीर पर आगापुर निवासी अजीत गौतम, अमित, ऋषि गौतम, वसीम और इमरान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि इन्होंने कोरोना संकट को देखते हुए जिले में लगी धारा 144 का उल्लंघन किया। अस्पताल में इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया। शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया और मॉस्क भी नहीं लगाया था। इनके खिलाफ महामारी अधिनियम की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। इसी मुकदमे में आरोपित ऋषि गौतम को गिरफ्तार किया है। उसका शांति भंग की धारा में चालान कर जेल भेज दिया है।

उधर, मुकदमे में आरोपित किए गए बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अजीत गौतम का कहना है कि क्वारंटाइन सेंटर और जिला अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही से उनके भाई की मौत हुई है। हमने इस मामले में अजीमनगर थाने में तहरीर भी दी थी, लेकिन पुलिस ने हमारी रिपोर्ट दर्ज नहीं की, बल्कि उल्टा हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रशासन हमारे साथ ज्यादती कर रहा है। प्रशासन की मानसिकता दलित विरोधी है। अब इंसाफ के लिए कोर्ट जाएंगे। सीएमएस ने शहर कोतवाली में कराई रिपोर्ट, क्वारंटाइन सेंटर की छत से कूदकर जान देने वाले युवक की मौत का मामला। 


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