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बेटी का इलाज कराने दिल्ली गई थी महिला, पति ने वाट्सएप पर भेजा तलाकनामा Sambhal News

कानून बनने के बावजूद तीन तलाक के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामले में सम्भल में वाट््सएप पर तलाकनामा भेज दिया गया।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 07:40 AM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 02:10 PM (IST)
बेटी का इलाज कराने दिल्ली गई थी महिला, पति ने वाट्सएप पर भेजा तलाकनामा  Sambhal News
बेटी का इलाज कराने दिल्ली गई थी महिला, पति ने वाट्सएप पर भेजा तलाकनामा Sambhal News

सम्भल, जेएनएन। संयुक्त अरब अमीरात में दुबई स्थित शारजाह में बैठे पति ने वाट््सएप पर तलाकनामा भेज दिया। इस फैसले से मुस्लिम धर्मगुरु भी असमंजस में हैैं। 

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यह है पूरा मामला

शहर की उपनगरी सरायतरीन के एक मुहल्ला निवासी महिला का निकाह थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी उच्च शिक्षित युवक से पांच वर्ष पूर्व हुआ था। आरोप है कि पर्याप्त दहेज देने के बाद भी ससुराली प्रताडि़त करते रहते थे। इसी बीच उसने एक बेटी को जन्म दिया। करीब दो वर्ष पूर्व पति दुबई चला गया। अचानक कुछ दिनों पहले बेटी की तबीयत खराब हुई तो वह उसे इलाज के लिए दिल्ली ले गई। एक सप्ताह पूर्व वह बच्ची के साथ दिल्ली में थी, तभी अचानक उसके मोबाइल पर पति के वाट्सएप से एक मैसेज आया जिसे देखकर उसके होश उड़ गये। वह दिल्ली से अपने घर लौट आई। न्याय की आस में शरई अदालत में पहुंची। 

बड़े मौलानाओं से  ली जाएगी सलाह 

उधर वाट््सएप पर तलाक दिए जाने के मामले में एक मौलाना ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एक मामला तीन तलाक का शरई अदालत में आया है। लिखित रूप से भी तलाक दिया जा सकता है मगर इस प्रक्रिया को तीन बार में पूरा करना होगा। जबकि यह संदेश एक बार में पीडीएफ फाइल में आया है। यह तलाकनामा है, इसके बारे में बड़े मौलानाओं से सलाह ली जाएगी। 

रामपुर में दहेज के लिए पति ने दिया तीन तलाक

रामपुर  दहेज की मांग पूरी न करने पर पति ने महिला को तीन तलाक दे दिया। महिला ने पति समेत सात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। मुहल्ला भीमापुरी निवासी नगमा ने बताया कि उसका निकाह वर्ष 2012 में मुहल्ला भव्वलपुरी निवासी मुहम्मद रियाज के साथ हुआ था। तभी से ससुराली दहेज की मांग करने लगे। बिना दहेज के वे विदा कराने को तैयार नहीं थे। पंचायत बैठी तो ससुराली ले जाने को तैयार हो गए। एक साल बाद मार्च 2013 में विदाई हुई। इसके कुछ दिन बाद फिर से दहेज की मांग की जाने लगी। इस बीच उसने एक बेटे को जन्म दिया। अक्टूबर 2014 को सास, ससुर ने 50 हजार रुपये लाने की बात कहकर उसे घर से निकाल दिया। महिला थाने में शिकायत की तो ससुरालियों ने दिखावे के लिए किराये के मकान में रख दिया लेकिन, पति साथ नहीं रहता था। उसने सिलाई का काम शुरू कर दिया। 26 नवंबर-19 की शाम सात बजे  पति मुहम्मद रियाज, सास, ससुर आए और बिना किसी बात के मारपीट करने लगे। इस बीच वहां पहुंचे भाई वसीम और पड़ोसी ने उसे बचाया, तभी पति ने  तीन बार तलाक बोल दिया। विरोध पर भाई वसीम की पिटाई की और उसे बच्चे के साथ घसीटकर घर से निकाल दिया। महिला ने पति रियाज, ससुर अब्दुल वहीद, सास साबरी, देवर जसीम अहमद, ननद महनाज, ननदोई इरफान अहमद, ननद रुकैया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। 


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