थम गया महिला हेल्पलाइन 181 की गाड़ी का पहिया Sambhal News
आधी आबादी पर होने वाले उत्पीडऩ के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की ओर से संचालित महिला हेल्पलाइन 181 नंबर की गाड़ी का पहिया बजट के अभाव में थम गया है।
सम्भल। आधी आबादी पर होने वाले उत्पीडऩ के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की ओर से संचालित महिला हेल्पलाइन 181 नंबर की गाड़ी का पहिया बजट के अभाव में थम गया है। कर्मियों को सात माह से वेतन नहीं मिला है तो बजट के इंतजार में डीजल नहीं मिलने पर इसकी गाड़ी विकास भवन परिसर में खड़ी धूल फांक रही है।
विभिन्न मामलों में प्रताडि़त होने वाली महिलाओं की शिकायत जब महिला हेल्पलाइन 181 पर की जाती है तो हेल्पलाइन कर्मी शिकायत करने वालों को कार्यालय बुलवाकर ही उनकी सुनवाई करती हैं, लिहाजा बजट नहीं मिलने से सरकार की यह योजना सहूलियत कम अपना ही दम तोड़ रही है। जिसके चलते हेल्पलाइन कर्मियों व फरियादियों दोनों को ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।प्रदेश सरकार की ओर से आधी आबादी को उत्पीडऩ के मामलों से निजात दिलाने और न्याय दिलाने के लिए सितंबर 2018 में महिला हेल्पलाइन 181 नंबर की शुरुआत की गई थी। सरकार के द्वारा अनुबंधित जीवीके कंपनी के अंतर्गत संचालित की जा रही महिला हेल्पलाइन की गाड़ी को पिछले 4 माह से डीजल नहीं मिल रहा ह। जिससे गाड़ी के पहिए पूरी तरह से थम गए हैं। हालात इतने बदतर हैं कि इसके कर्मियों को विभिन्न कार्यक्रमों में जाने के लिए निजी वाहन का सहारा लेना पड़ता है। वहीं अब नौबत उनके परिवार के पालन पोषण पर आ खड़ी है जिन्हें पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है। कर्मियों के द्वारा इसकी शिकायत प्रभारी प्रोबेशन अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से भी की जा चुकी है। बावजूद अधिकारियों के शासन को भेजे गए पत्र के अलावा उन्हें अभी तक राहत नहीं मिली है। चालक किशनपाल ने बताया कि गाड़ी में डीजल नहीं मिलने से समस्याओं के समाधान के लिए फरियादियों को यहीं बुलाना पड़ता है जबकि किसी भी कर्मी का सात माह से वेतन भी नहीं मिला है।