मंडी शुल्क पर रार, रामपुर में दूसरे दिन भी बंद रहीं गल्ला मंडियां
रामपुर के अलावा बिलासपुर शाहबाद मिलक स्वार टांडा में शुक्रवार को भी कारोबार पूरी तरह बंद रहा। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
रामपुर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल के अपील पर जनपद की नवीन गल्ला मंडियों में दूसरे दिन भी हड़ताल रही। मंडी के व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर मंडी शुल्क पूर्णत: समाप्त करने की मांग की।
जिलाध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने मंडी परिसर के बाहर के व्यापारियों का मंडी शुल्क माफ कर दिया है, जबकि मंडी परिसर के अंदर व्यापार करने वाले व्यापारियों पर मंडी शुल्क माफ नहीं किया है। इस विसंगति के कारण मंडी के अंदर के कारोबारियों पर विपरीत असर पड़ रहा है। हमारी मांग है कि मंडी के व्यापारियों पर मंडी शुल्क को लेकर दो प्रकार की व्यवस्थाएं न की जाएं। मंडी के अंदर व्यापार करने वाले व्यापारियों का मंडी शुल्क पूरी तरह समाप्त करने की मांग को लेकर जनपद में रामपुर के अलावा बिलासपुर, शाहबाद, मिलक, स्वार, टांडा की मंडियों में दूसरे दिन शुक्रवार को भी कारोबार पूरी तरह बंद रहा। 11 जुलाई को भी कारोबार बंद रखा जाएगा। प्रतिनिधि मंडल का 11 जुलाई को मंडी के व्यापारियों के साथ मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मंडी सचिव को सौंपने का कार्यक्रम था।
बंदी होने के कारण 11 जुलाई को ज्ञापन ईमेल से भेजने का निर्णय लिया गया है। इस मौके पर युवा जिलाध्यक्ष विपुल गुप्ता, राजीव लोचन, कमल रस्तोगी, नवीन भाटिया, छोटे लाल रस्तोगी, प्रशांत अग्रवाल, राजीव आर्य, बसंत प्रजापति, शुभम अर्ग्रवाल, मानस अग्रवाल, हरीश अरोरा, मुनीश गुप्ता, महेंद्र गुप्ता आदि मौजूद रहे। आढ़तियों ने धरना देकर की मंडी शुल्क समाप्त करने की मांग शाहबाद : आढ़ती एसोसिएशन ने नवीन मंडी समिति के आढ़तियों के साथ शुक्रवार को मंडी समिति परिसर में धरना देकर मंडी शुल्क समाप्त करने की मांग की। इस दौरान आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश कुमार शर्मा ने कहा की सरकार ने मंडी परिसर से बाहर के व्यापारियों का मंडी शुल्क माफ कर दिया है, जबकि मंडी परिसर के अंदर के व्यापारियों का माफ नहीं किया। मंडी के अंदर व्यापारियों के अलावा पल्लेदारों एवं कई अन्य लोगों की रोजी-रोटी चलती है। इस संबंध कुछ समय पहले मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था, जिसका अभी तक निस्तरण नहीं हो सका। इसलिए मंडी परिसर के व्यापारी अपना काम बंद कर धरना देने को मजबूर हैं। शीघ्र मंडी शुल्क माफ नहीं हुआ तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी। इस मौके पर संरक्षक शिव शंकर वाष्र्णेय, कोषाध्यक्ष फजीर्लुरहमान, महामंत्री सगीर खान, सोहन लाल लोधी, ताहिर खान, सुनील कुमार, मुकेश ठाकुर, ताहिर हुसैन, गालिब मलिक, सुरेश बाबू गुप्ता, कुलदीप भटनागर, सगीर अहमद, महबूब मियां, अरीब मियां, नाइस मियां आदि रहे।