गंगा में डूब गई थी किशोरी, किसी ने जान बचाई तो साधुओं ने बना लिया बंधक Sambhal News
गुन्नौर में तीन दिन पूर्व कलश यात्रा में शामिल हुई किशोरी स्नान करते समय रामघाट पर डूब गई थी। उसको बचाकर मंदिर में सौंप दिया गया तो साधुओं ने बंधक बना लिया।
सम्भल, जेएनएन। गुन्नौर में तीन दिन पूर्व कलश यात्रा में शामिल हुई किशोरी स्नान करते समय रामघाट पर डूब गई थी। उसको बचाकर मंदिर में सौंप दिया गया, तो साधुओं ने बंधक बना लिया। उनके चुंगल से निकल कर भागी किशोरी ने आपबीती परिजनों बताई। इसके बाद पहुंचे परिजनों और आश्रम पर साधुओं के बीच मारपीट हो गई। आरोप-प्रत्यारोप के बाद दोनों पक्षों में समझौता भी हो गया।
ये है पूरा मामला
कोतवाली गुन्नौर क्षेत्र के एक गांव से 14 जून को श्रीमद्भागवत कथा की कलश यात्रा राजघाट गंगा तक पहुंची थी, जिसमें शामिल एक किशोरी गंगा में स्नान करते समय डूब गई। इसके बाद उसका कोई सुराग नहीं लगा। दो दिन तक तलाश करने के बाद रविवार को उसके परिजन गंगा बैराज नरौरा पर उसके शव के पानी में उतराने का इंतजार कर रहे थे, तभी डूबी किशोरी का फोन परिजनों के पास आया। किशोरी ने बताया कि गंगा में डूबने के बाद उसे जब होश आया तो आश्रम में पाया, दो लोगों ने मुंह पर कपड़ा लगाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद मंदिर की कुटिया पर ले गए, जहां पर उसे बांध कर रखा गया।
साधु बाहर गया तो दूसरे साधु ने खोले किशोरी के हाथ
एक साधु के बाहर चले जाने के बाद दूसरे साधु ने उसके हाथ खोल दिए जिसके बाद वह वहां से भाग निकली है। परिजन उसी मंदिर की कुटिया पर पहुंच गए। साधु से घटना के बारे में पूछा तो वह भड़क गया। दोनों पक्षों की ओर से हुई मारपीट में करीब चार लोग घायल हो गए। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। थाने पहुंचते ही दोनों पक्षों में समझौता भी हो गया। प्रभारी निरीक्षक रङ्क्षवद्र प्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि साधु और उसके साथियों से मारपीट हुई। बाद में दोनों पक्षों में समझौता भी हो गया है।
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