कई दिनों से आ रही थी बदबू, गोदाम का नजारा देख चौंक गए अधिकारी, जानिए क्या है पूरा मामला Moradabad News
असालतपुरा में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने की कार्रवाई शासन को भेजी रिपोर्ट। मामले की जांच जारी।
मुरादाबाद, जेएनएन। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने असालतपुरा इलाके में अवैध रूप से पशुओं की खाल एकत्र करने के मामले में सात गोदाम सील करने की कार्रवाई की। इन गोदामों में आठ हजार पशुओं की खाल रखी गई थीं। सील लगाने के साथ ही साथ ही गोदाम के बाहर पुलिस पहरा लगा दिया गया है।
यह है पूरा मामला
गलशहीद थाना क्षेत्र में बुधवार की दोपहर अचानक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने छापा मार कार्रवाई शुरू की। इस दौरान अफसरों और पुलिस की टीम को देखकर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कुछ दिन पूर्व ही इस इलाके में पुलिस ने अवैध स्लाटर हाउस बंद कराया था। इसके बाद अचानक पुलिस को देखकर लोग हैरान हो गए।
तीन घंटे तक चला अभियान
विभागीय अधिकारी यहां सबसे पहले मैसर्स स्टार हाइड कंपनी के गोदाम पहुंचे। यहां पर दो हजार से ज्यादा पशुओं की खाल एकत्र थीं। इस इलाके में तीन घंटे तक सघन तलाशी अभियान चलाकर सात गोदामों को खोलकर चेकिंग करने पर लगभग आठ हजार पशुओं की खाल बरामद की गई। इन सभी गोदाम को सील कर दिया गया।
अफसरों के मुताबिक यहां रहने वाले लोग अक्सर इलाके में दुर्गंध आने की शिकायत करते थे। इसके बाद पुलिस और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
इन गोदामों को किया गया सील
मैसर्स स्टार हाइड कंपनी
मैसर्स राजा चमड़ा गोदाम
मैसर्स मुरादाबाद हाईड
मैसर्स एमडी हाईड ट्रेडर्स
मैसर्स आइडियल प्रथम
मैसर्स आइडियल द्वितीय
मैसर्स आइडियल तृतीय
जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराकर शुरू किया काम
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने बताया कि जिन फर्म पर कार्रवाई की गई है, उनका केवल जीएसटी में रजिस्ट्रेशन है। अन्य किसी भी विभाग से एनओसी नहीं ली गई। जबकि इस कार्य को करने के लिए सभी विभागों की एनओसी अनिवार्य होती है।
असालतपुरा क्षेत्र में सात गोदाम में अवैध रूप से पशुओं की खाल एकत्र की गई थी। पुलिस के साथ ही संयुक्त रूप से छापेमारी की कार्रवाई के दौरान लगभग आठ हजार पशुओं की खाल मिली। पुलिस ने सील लगाकर गोदामों के बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया है। इस संबंध में कानूनी कार्रवाई के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को रिपोर्ट भेजी गई है।
अजय शर्मा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी।