कमरे के वार्ड रॉब से गिर रहे थे नोट के बंडल
मुरादाबाद : महानगर के चर्चित अनुष्का अस्पताल के संचालक डॉ. राजीव गुप्ता दूसरे दिन आयकर विभाग
मुरादाबाद :
महानगर के चर्चित अनुष्का अस्पताल के संचालक डॉ. राजीव गुप्ता दूसरे दिन आयकर विभाग की कार्रवाई में पूरी तरह से घिर गए। 31 घंटे के सर्च में टीम ने किचन से लेकर बेडरूम और बच्चों के स्टडी रूम तक को खंगाल दिया। प्रत्येक कमरे के वार्ड रॉब से नोटों के बंडल गिर रहे थे। हालात यह थे कि किचन के डिब्बे में भी नोट रखे मिले। सबसे अहम बात यह सामने आई कि डाक्टर के पास से मिली करेंसी में दो हजार के नोट कम थे, जबकि अधिकांश रकम 100 और 500 के नोट में थी। ऐसे में माना जा रहा है कि डाक्टर शायद नोट बंदी के दौरान रकम एकत्र की हो। हालांकि टीम अभी पूरे मामले की पड़ताल में जुटी है। नोटों के नंबरों से भी पड़ताल की जा रही है।
बुधवार को आयकर सर्च टीम सुबह दस बजे अनुष्का अस्पताल पहुंची तो डॉ. राजीव गुप्ता व डॉ. साधना गुप्ता ने उन्हें अस्पताल परिसर में जांच करने की अनुमति दे दी। लेकिन टीम के आवास पहुंचने के बाद डाक्टर दंपती जांच के लिए तैयार नहीं हुए। तब आयकर के अधिकारियों ने बताया कि यह सर्वे नहीं है, बल्कि सर्च है। सर्च के दौरान अधिकारी कहीं भी किसी स्थान का सर्च कर सकते हैं। इसके बाद डाक्टर दंपती के घबरा गए। पहले तो मान मनौव्वल की, लेकिन जब सख्ती दिखाई तो आवास में जाने दिया। दंपती ने काफी समय तक टीम को गुमराह करने का प्रयास भी किया। सबसे पहले ऐसी सेफ खोलकर दिखाई, जहां पर टीम को कुछ नहीं मिला। तब जाकर आयकर की टीम ने खुद ही आवास के अंदर सर्च अभियान चलाया। उसके बाद तो डाक्टर दंपती को साइड कर दिया गया। किसी को भी टीम के कार्य में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं थी। टीम ने सबसे पहले किचन की तलाशी लील, जहां पर डिब्बों के अंदर नोट रखे हुए थे। डिब्बों के अंदर नोट मिलने के बाद टीम सक्रिय हो गई। बाद में टीम ने कमरे से बने वार्ड रॉब पर हाथ डाला तो नोटों के बंडल नीचे गिरना शुरू हो गए। प्रत्येक कमरे के वार्ड रॉब रुपये से भरे हुए थे। डॉ. गुप्ता के छोटे बेटे के स्टडी रूम के वार्ड रॉब से सबसे ज्यादा रकम मिली है। डाक्टर के घर से बरामद हुई रकम में दो हजार के नोट कम थे, जिसके चलते टीम को रकम गिनने में कड़ी मशक्कत तक करनी पड़ी। क्योंकि मोटी रकम में 100 और 500 के नोट थे।
रकम से अनजान था चिकित्सक दंपती : जिस प्रकार से आवास के अंदर से रकम बरामद हुई हैं, उससे लग रहा है कि डाक्टर दंपती को भी शायद पूरी रकम की जानकारी नहीं थी। रकम कहां कहां रखी गई थी। उसके बारे में भी दंपती अनजान बना रहा। डाक्टर दंपती का कहना था कि आयकर विभाग की टीम की जानकारी होती तो वह रकम रखने का स्थान भी बदल सकते थे। हालांकि आयकर विभाग की टीम के सामने डाक्टर दंपती सर्च अभियान में पूरी तरह से अनजान की भूमिका निभा रहा था।
एसबीआइ से मंगाई नोट गिनने की मशीन :
आयकर की टीम को नोट गिनने में पसीने छूट गए थे। कई अफसरों के नोट गिनने में लगाने के बाद भी रकम गिनने में परेशान आ रही थी। तभी नोट गिनने के लिए स्टेट बैंक से मशीन मंगाई गई। उसके बाद मशीने से डाक्टर दंपती के सामने नोटों की गिनती की गई। साथ ही रकम को बैंक तक रकम ले जाने के लिए बड़े-बड़े टीन के बॉक्स लाने पड़े। ताकि रकम को सुरक्षित बैंक तक पहुंचाया जा सकें।
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मुख्य खबर के साथ इनसेट हैडिंग सहित
एक-एक किलो सोने की ईट मिलीं
मुरादाबाद : आयकर सर्च टीम को एक-एक किलो के छह और आधा-आधा किलो पांच सोने के ईट भी मिलीं। सोने के बिस्कुट अलमारी के लॉकर में रखे मिले। भारी मात्रा में डाक्टर के घर सोना देखकर भी टीम हैरत में थी। हालांकि टीम ने डॉ. साधना गुप्ता और उनकी बेटी के प्रयोग किए जाने वाले सोने गहनों को उनके हवाले कर दिया।
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चांदी के खिलौनों से खलते थे डाक्टर के बच्चे :
मुरादाबाद : डाक्टर दंपती के डाइनिंग रूम व कमरे में शो के लिए कई खिलौने व मूर्ति रखे हुए थे, जिनसे अक्सर डाक्टर के बच्चे खेलते रहते थे। आयकर की टीम ने जांच की तो सभी खिलौने व मूर्ति चांदी के निकले। इनका वजन 50 किलो के आसपास है। इन सभी को सीज कर लिया है। खिलौने जाने के बाद डाक्टर का बेटा भी रोने लगा था। उसके बाद भी टीम ने खिलौनों को कब्जे में लेकर सीज कर दिया।