बारिश ने किसानों के अरमानों पर फेरा पानी, खेतों में बिछी धान की फसल
मुरादाबाद। तीन दिन से तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश से खेतों में लहलहा रही धान की फस
मुरादाबाद। तीन दिन से तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश से खेतों में लहलहा रही धान की फसल बिछ गई है। खेतों में पानी भर गया है जिससे फसल बर्बाद होने के आसार बन गए हैं। किसानों को भारी नुकसान होने की संभावना है। किसानों के चेहरे पर ¨चता की लकीरें ¨खचनी शुरु हो गई हैं।
पकने के कगार पर है फसल
इन दिनों खेतों में खड़ी धान की फसल पकने की कगार पर है। धान की बाली लटक रही हैं। तीन दिन से हो रही बारिश और तेज हवा के चलने से धान की फसल करने वाले किसानों को भारी झटका लगा है। खेतों में धान की फसल बिछ गई है। खेतों में बारिश का पानी भरने से फसल डूब गई है। इससे धान गलने और काला पड़ने की संभावना बन रही है वहीं जिन किसानों की फसल पक गई वे अपनी फसल काटने की तैयारी में हैं। हालांकि उड़द की फसल को फायदा पहुंचा है। इस संदर्भ में जब किसान भाइयों से बात की गई तो उनका कहना है कि धान की फसल को तीस प्रतिशत नुकसान हुआ है।
जन जीवन अस्त व्यस्त
तीन दिन से थम थम कर हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। वहीं इस बारिश से धान उत्पादन करने वाले किसानों के चेहरों पर ¨चता की लकीरें दिखाई देने लगीं है। उन्हें अब भय सताने लगा कि कहीं यह बारिश उसकी खेत में तैयार पकी धान की फसल को बर्बाद ने कर दे।
चिंता में पड़े किसान
किसान तुलाराम यादव, धीरेंद्र यादव, धर्मवीर ¨सह, सुरेशपाल का कहना है कि धान की फसल में दाना पड़ चुका है। ऐसे में हवा के हल्के झोंके से भी फसल गिर जाती है। फसल के गिरने से उत्पादन घट जाएगा और उनको नुकसान उठाना पड़ेगा। कुछ किसानों की गन्ने की फसल भी गिर गई है लेकिन उससे किसानों को ज्यादा नुकसान नहीं होता है। जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र कुमार का कहना है कि किसान की धान की फसल से हुए नुकसान की जानकारी ऋण देने वाले बैंक व विभाग को देंगे। उसके बाद विभाग द्वारा सर्वे किया जाएगा।