रेलवे नहीं लेगा खाने की गारंटी, जानें क्या है वजह
ट्रेन में आर्डर देकर खाना मंगाने पर रेलवे कोई गारंटी नहीं लेगा और शिकायत पर सुनवाई तक नहीं होगी। आइआरसीटीसी ने यात्रियों को चेतावनी जारी की है।
प्रदीप चौरसिया, मुरादाबाद : ट्रेन में आर्डर देकर खाना मंगाने पर रेलवे कोई गारंटी नहीं लेगा और शिकायत पर सुनवाई तक नहीं होगी। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) ने यात्रियों को चेतावनी जारी की है। खाना का आर्डर देने के लिए फूड ऑन ट्रैक मोबाइल एप या 139 टेलीफोन नंबर को अधिकृत किया है। ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को ब्रांडेड कंपनियों का डिब्बा बंद खाना उपलब्ध कराने के लिए कई प्राइवेट कंपनियों ने पंजीयन करा रखा है। यह कंपनियां यात्रियों को खाना भेजती हैं। इसकी क्वालिटी घटिया और यात्रियों से मनमानी कीमत वसूली जाती है। इस मामले में यात्री रेलवे व आइआरसीटीसी को दोषी ठहराता है।
सोशल मीडिया के जरिए रेलवे कर रहा जागरूक
रेलवे बोर्ड के निर्देश पर आइआरसीटीसी ने आदेश जारी किया है। साथ ही यात्रियों को सोशल मीडिया व अन्य माध्यम से सूचना भेजी जा रही है। इसमें कहा कि फूड ऑन ट्रैक मोबाइल एप, ई कैटङ्क्षरग आइआरसीटीसी, या 139 नंबर पर कॉल करें और खाना मंगाए। मोबाइल एप, ई मेल या अन्य नंबर पर कॉल कर खाने मांगने पर रेलवे कोई गारंटी नहीं लेगा और शिकायत की सुनवाई भी नहीं करेगा।
खुद की जिम्मेदारी पर इन एप से मंगाए खाना
आइआरसीटीसी ने कहा कि ट्रेनों में रेल यात्री, रेल रसोई, खाना गाड़ी, फूड इन ट्रेन, फूड आन व्हील, ई-रेल, ट्रैवल जैसे मोबाइल एप भी खाना की आपूर्ति करते हैं। इससे आइआरसीटीसी का कोई लेना देना नहीं हैं।
बिना बिल वाले खाना लेने पर रेलवे जिम्मेदार नहीं
आइआरसीटीसी ने यात्रियों से कहा है कि स्टेशन या ट्रेन में खाना खरीदने पर बिल लें। बिना बिल वाले खाने की रेलवे की कोई जिम्मेदारी नहीं हैं, इस तरह के खाने की भी शिकायत नहीं सुनी जाएगी। आइआरसीटीसी के जन संपर्क अधिकारी सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि रेलवे ने फूड ऑन ट्रैक मोबाइल एप, आइआरसीटीसी के ई मेल व 139 पर काल बुक कराने खाने की रेलवे गारंटी लेगा, अन्य मोबाइल एप से खाने मांगने पर आइआरसीटीसी कोई गारंटी नहीं लेगा और न ही शिकायतों की सुनवाई होगी। इसकी सूचना यात्रियों को लगातार दी जा रही है।
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