सम्भल में लूट की साजिश रचने वाले ने दी जान देने की कोशिश, खाद व्यापारी की कर दी गई थी हत्या
परिवार वालों की माने तो दो दिन जितेंद्र घर पर नहीं था। सोमवार को रक्षाबंधन था। ऐसे में सभी को उम्मीद थी कि वह घर आएगा। वह घर जरूर पहुंचा लेकिन जहरीला पदार्थ खाकर पहुंचा।
सम्भल, जेएनएन। चन्दौसी में खाद व्यापारी की लूट के बाद हत्या किए जाने के साजिशकर्ता ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। स्वजन गंभीर हालत में उसे उपचार के लिए बिलारी ले गए। हालांकि इस दौरान 112 डायल पुलिस भी पहुंच गई, लेकिन बाद में पुलिस वापस लौट आई।
गणेश कालोनी निवासी खाद व्यापारी रामौतार शर्मा की 30 जुलाई की शाम लूट के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जबकि मृतक के पुत्र को गोली मारकर जान से मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन फायर मिस होने से वह बच गया। कोतवाली में मृतक के पुत्र ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले के पर्दाफाश के लिए उसी रात से प्रयास शुरू कर दिए। इस दौरान पुलिस ने बदमाशों की पहचान भी कर ली। बदमाश बाहर निकलने की फिराक में थे। रविवार की सुबह पुलिस ने इस वारदात में शामिल दो बदमाशों संतोष निवासी खेड़ादास थाना फैजगंज बेहटा व महेंद्र निवासी गांव तर्क परौली थाना फैजगंज बेहटा जनपद बदायूं को मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान वारदात में उसने गांव बझेड़ा थाना फैजगंज बेहटा के दो बदमाश भूपसिंह यादव व नीरज यादव का शामिल होना बताया। इसके अलावा इस वारदात के साजिश रचने का आरोपित ग्राम बेरनी के जितेंद्र यादव को बताया। पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि जितेंद्र की दुकान खाद व्यापारी रामौतार शर्मा के सामने है। उसी ने सारी जानकारी देकर मोटी रकम ले जाने की बात कहकर लूट की वारदात अंजाम देने के लिए संपर्क किया था। अब इस साजिशकर्ता जितेंद्र यादव ने सोमवार को लगभग 4 बजे जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या किए जाने की कोशिश की है। जितेंद्र ने सोमवार की दोपहर ग्राम स्योडारा में जहरीला पदार्थ खा लिया और गांव के लिए चल दिया। हालत विगड़ने पर वह स्याेड़ारा व गांव के बीच कच्ची सड़क पर लेट गया। इस दौरान बहन का फोन आया तो जानकारी हुई उसने तत्काल स्वजनों को अवगत कराया। स्वजन घबरा गए और मौके पहुंचकर उसे घर ले आए। इस दौरान उसकी लगातार हालत बिगड़ती जा रही थी। एंबुलेंस की मदद से स्वजन उसे बिलारी के सरकारी अस्पताल ले गए। हालांकि इस दौरान पुलिस भी पहुंच गई थी, लेकिन तब तक परिजन उसे उपचार के लिए ले जा चुके थे। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली चन्दौसी धर्मपाल सिंह ने बताया कि इस बात की जानकारी उन्हें मिल गई है। जितेंद्र का इलाज बिलारी सरकारी अस्पताल में चल रहा है।
बहन से कहा कि वह दूसरेे भाइयों के बांध दे राखी
जहरीला पदार्थ खाने के बाद जब जितेंद्र की हालत बिगड़ी और वह कच्ची सड़क पर लेट गया। इस दौरान उसकी बहन का फोन आया कि भइया तू कहां पर घर आकर राखी बंधवा ले। जितेंद्र ने फोन रिसीव किया और कहा कि वह अब दूसरों भाइयों के राखी बांध दे। क्योंकि तू अब इस भाई के कभी राखी नहीं बांध सकेगी। इसके बाद उसने जहर खाने की बात बताई। इससे उसके परिजन परेशान हो गए। बहन का राखी बांधने का अरमान भी अधूरा रह गया।