अपने गांव की तस्वीर बदल दी महिला प्रधान ने Rampur News
प्रधान सना काशिफ का कहना है कि वह सरकार की हर योजना का लाभ अपने गांव और गरीबों तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
रामपुर, (मुस्लेमीन)। महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं, हर जगह अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। ऐसी ही एक महिला ग्राम प्रधान सना काशिफ हैं, जिन्होंने अपने गांव की तस्वीर ही बदल दी। ग्रामीण क्षेत्र में हो रहे विकास को अगर देखना है तो इनके गांव मनकरा चले जाइये। इस गांव में तमाम सरकारी सुविधाएं हैं। इस गांव में जिले का पहला खेल मैदान बना है। 12 बीघे में बने इस मैदान में बच्चे सभी तरह के खेल, खेल रहे हैं। जल संरक्षण के लिए चार तालाब हैं। बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने में भी यह गांव सबसे आगे है। सरकार की हर योजना का लाभ ग्रामीण उठा रहे हैं। बीएससी पास प्रधान ने छोटे से गांव में चार साल में ही तमाम काम करा दिए हैं। इस महिला प्रधान के कामकाज की तारीफ जिले के अफसरों और मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक ने की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो सात लाख का पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार भी दे दिया है।
जिले का पहला ओडीएफ गांव
रामपुर जिले के चमरौआ ब्लाक के करीब डेढ़ हजार आबादी वाले मनकरा गांव की तस्वीर चंद सालों में ही बदल गई है। 2015 में इस गांव की प्रधान सना बनीं। उन्होंने अपनी काबिलियत का इस्तेमाल गांव को सुंदर व समृद्ध बनाने में किया। सबसे पहले उन्होंने गांव की स्वच्छता पर ध्यान दिया। उन्होंने घर-घर जाकर ग्रामीणों को समझाया कि वे खुले में शौच न करें उनकी यह पहल सार्थक रही। लोगों ने खुले में शौच करना बंद कर दिया। इसके बाद प्रधान ने गांव के रास्तों पर बोर्ड लगवा दिए कि इस गांव में कोई भी खुले में शौच नहीं करता है। अफसरों तक यह बात पहुंची तो टीम जांच के लिए गांव गई। बात सही निकली। इस पर इस गांव को जिले में सबसे पहले खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर दिया गया। इस काम के लिए ग्राम प्रधान को सम्मानित किया गया।
जल सरंक्षण पर फोकस
बारिश को संरक्षित करने के लिए गांव में दो स्थानों पर रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम भी लगवाया है। गांव में राजकीय इंटर कालेज भी बन रहा है। मनरेगा से बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराया है। 35 गरीबों को पेंशन दिलवाने के साथ ही 31 आवास भी बनवाए हैं। पशुपालकों के लिए चार पशु शेड बने हैं। इस प्रधान की उपलब्धियों को अफसरों ने प्रदेश सरकार तक पहुंचाया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधान को पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित करते हुए सात लाख की धनराशि भी मुहैया कराई है। प्रधान का कहना है कि वह सरकार की हर योजना का लाभ अपने गांव और गरीबों तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।