खाद्य विभाग की टीम ने आटा, मावा और बर्फी के भरे नमूने
मिलावटखोरों की खानपान की चीजों पर नजर
मुरादाबाद : होली के रंग के दौरान खानपान की खुशी को मिलावटखोर फीका न कर दें। इसके लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जिले में छापेमारी अभियान चलाया है। बुधवार को जिले के कई स्थानों पर छापेमारी की गई। सबसे पहले टीम ने ठाकुरद्वारा में बबलू पुत्र हनीफ खां की दुकान से मावा, ढकिया जट में ख्वाजा ट्रेडर्स से चावल का आटा, कैलाश सिंह पुत्र बुद्ध सिंह के पास से मिश्रित दूध, कांठ में धामपुर रोड से मुहम्मद साजिद पुत्र फकीर की दुकान से बर्फी, डिलारी चौराहा में कपिल गुप्ता पुत्र सुभाष चंद्र की दुकान से बर्फी का नमूना लिया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी हिमांशु सिंह और बृजेश सिंह ने नमूने लखनऊ प्रयोगशाला के लिए भेज दिए। अभिहित अधिकारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि छापेमारी की वजह से मिलावटखोरों में खलबली मची हुई है।
रंग-बिरंगे चिप्स और पापड़ से होगा पेट खराब
होली के त्योहार पर मिठाई के साथ रंग-बिरंगी कचरी, चिप्स खाने से परहेज करें। इन चीजों में केमिकल रंग मिलाने की वजह से पेट खराब हो जाता है। इनको बनाने में मैदा, स्टार्च, खराब चावल का आटा समेत अन्य चीजों का प्रयोग किया जाता है। इसके साथ खाने वाली चीजों को रंगीन करने के लिए रासायनिक रंग का प्रयोग किया जाता है। ये रासायनिक रंग पेट में जाने के बाद तरह-तरह की बीमारियों को पैदा करते हैं, जिसका परिणाम उसी दिन देखने को मिल जाता है। इससे पेट में गैस बनना, बदहजमी, कचरी, पापड़ में बनाए जाने वाली सामग्री से पथरी बनने की संभावना के साथ ही रंग के शरीर में जाकर ब्लड में घुलने से त्वचा रोग होने की दिक्कत हो जाती है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एनके मिश्रा ने बताया कि त्योहार के अवसर पर रंग-बिरंगे खानपान से परहेज करें। इसके अलावा कोई भी दिक्कत हो जाए तो फौरन ही चिकित्सक को दिखाएं।