पत्नी से विवाद के बाद पिता ने की थी बेटे की हत्या, कोर्ट की सख्ती के बाद विवेचक ने दर्ज कराए बयान
घरेलू विवाद में अचानक गुस्से में आकर रोहिताश ने अपने बच्चे आकाश शिवानी सलोनी और रवि के पेट पर कैंची मार दी थी। शोर होने पर स्वजन मौके पर पहुंचे तो आरोपित घर से भाग गया। हमले में रवि की मौत हो गई थी।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। कोर्ट से गैर जमानती वारंट और वेतन रोके जाने के आदेश के बाद बिजनौर जनपद के अफजलगढ़ थाना प्रभारी ने कोर्ट में पेश होकर बयान दर्ज कराने की कार्रवाई की। हत्या और जानलेवा हमले के मामले में वह बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे थे। इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में सख्त आदेश जारी किए थे।
साल 2019 में ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र के निर्मलपुर गांव निवासी विजयपाल सिंह ने ठाकुरद्वारा कोतवाली में अपने भाई रोहिताश के खिलाफ हत्या व जानलेवा हमला करने का मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ित का आरोप था कि नौ जून 2019 को रोहिताश का पत्नी कलावती से विवाद हो गया था। घरेलू विवाद में अचानक गुस्से में आकर रोहिताश ने अपने बच्चे आकाश, शिवानी, सलोनी और रवि के पेट पर कैंची मार दी थी। शोर होने पर स्वजन मौके पर पहुंचे तो आरोपित घर से भाग गया। आनन-फानन में घायलों को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने रवि को मृत घोषित कर दिया था। इस मामले की मुकदमा दर्ज होने के बाद ठाकुरद्वारा कोतवाली में तैनात तत्कालीन निरीक्षक मनोज कुमार ने जांच की थी। विवेचक मनोज कुमार सिंह ने इस मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। कुछ दिनों बाद उनका तबादला बिजनौर जनपद में हो गया, मौजूदा समय में वह अफजलगढ़ थाना प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं। इस मामले की सुनवाई के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायधीश द्वितीय की कोर्ट ने हाईकोर्ट के एक्शन प्लान के तहत इस मामले का जल्द निस्तारण करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने कई बार नोटिस भेजकर विवेचक को गवाही के लिए तलब किया, लेकिन हर बार विवेचक कोर्ट के आदेश का अमल नहीं किया। जिस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए विवेचक का वेतन रोकने के साथ ही गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था। कोर्ट के सख्त रुख के बाद मंगलवार को विवेचक मनोज कुमार सिंह ने कोर्ट में पेश होकर बयान दर्ज कराने की कार्रवाई पूरी की।