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ट्रेन में एसी कोच को ताजी हवा देगा दरवाजा, भगाएगा कोरोना... जानिए क्या है मामला

एसी कोच का दरवाजा कोच के अंदर ताजी हवा पहुंचने का काम करेगा और यात्रियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने काम करेगा। रेलवे की तकनीकी टीम ने एसी उपकरण को उच्चीकृत किया है। कोच के दरवाजे के माध्यम से हर दो घंटे में फ्रेश हवा उपलब्ध कराई जाएगी।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 11:27 AM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 11:27 AM (IST)
ट्रेन में एसी कोच को ताजी हवा देगा दरवाजा, भगाएगा कोरोना... जानिए क्या है मामला
ट्रेन में एसी कोच को ताजी हवा देगा दरवाजा

मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। एसी कोच का दरवाजा कोच के अंदर ताजी हवा पहुंचने का काम करेगा और यात्रियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने काम करेगा। रेलवे की तकनीकी टीम ने एसी उपकरण को उच्चीकृत किया है। कोच के दरवाजे के माध्यम से हर दो घंटे में फ्रेश हवा उपलब्ध कराई जाएगी। लॉकडाउन के बाद ट्रेन के संचालन की शुरुआत होते ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की थी। इसमें एसी कोच में संक्रमण फैलने से रोकने वाले उपाय करने के लिए कहा था। एसी कोच को अधिक समय तक ठंडा रखने के लिए पांच घंटे तक अंदर की हवा को बाहर नहीं जाने दिया जाता है, इसके बाद धीरे-धीरे हवा बाहर निकाली जाती है। बाहर से ताजा हवा अंदर जाती है। लंबे समय तक कोच में हवा घूमती है। इसके कारण अगर कोच में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति सफर कर रहा है, दूसरे यात्रियों के भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। गाइडलाइन मिलने के बाद एसी कोच में प्रत्येक दो घंटे में ताजा हवा उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया था।

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दरवाजे के पास लगा होता है सिस्टम

रेलवे की तकनीकी टीम ने एसी सिस्टम के एयर सिस्टम को उच्चीकृत किया है। कोच में एसी को संचालित करने के लिए वाशबेसिन के सामने व बाहर खुलने वाले दरवाजा के बराबर में सिस्टम होता है। यह उपकरण दो घंटे से कम समय में कोच के अंदर की हवा को तेजी से बाहर निकाल देगा और फ्रेश हवा को कोच के अंदर भेजेगा। उपकरण को फ्रेश हवा मिल सके, इसके लिए दरवाजा के नीचे लगे एयर टाइट को हटा दिया जाएगा और स्टेशन पर ट्रेन के रुकने पर दोनों ओर के दरवाजे खुले रखे जाएंगे। आवश्यकता पड़ने पर ट्रेन में तैनात तकनीकी कर्मचारी चलती ट्रेन में दरवाजा खोल देगा।

बढ़ेगी बिजली की खपत

इस व्यवस्था के बाद बिजली की खपत पांच से दस फीसद बढ़ जाएगी। फ्रेश हवा को ठंडा करने में सिस्टम को समय लगेगा, जब तक कोच ठंडा होगा, तब तक सिस्टम ठंडी हवा को बाहर निकाल देगा। जिससे कोच के अंदर की ठंडक में कमी आएगी। ठंड के मौसम में गर्म हवा देने वाला वाॅयलर भी इसी तरह कार्य करेगा। अपर मंडल रेल प्रबंधक एमएस मीना ने बताया कि कोविड-19 के नियम के तहत एसी कोच में ताजा हवा उपलब्ध कराने के लिए सिस्टम को उच्चीकृत किया गया है। 


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