बढ़ती जा रहीं सांसद आजम खां की मुश्किलें, जांच के दायरे में जौहर ट्रस्ट के सदस्य
जौहर यूनिवर्सिटी को मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट संचालित करता है और आजम इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं जबकि उनकी पत्नी सचिव और बहन कोषाध्यक्ष हैं। दोनों बेटे सदस्य बने हैं। जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन भी ट्रस्ट के नाम है।
रामपुर (मुस्लेमीन)। सांसद आजम खां की मुश्किलें कम होने के बजाय और बढ़ती जा रही हैं। वह पत्नी और बेटे संग सात माह से सीतापुर जेल में बंद हैं। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने भी अब शिकंजा कस दिया है। जांच पड़ताल के लिए टीम रामपुर आई। ईडी की जांच के दायरे में परिवार के कई सदस्य आ रहे हैं।
सांसद आजम खां के खिलाफ 80 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें ज्यादातर पिछले साल जुलाई माह में दर्ज हुए। 30 मुकदमे मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने से संबंधित हैं। इनमें आजम खां नामजद हुए थे। लेकिन, पुलिस की विवेचना में उनके परिवार के कई सदस्य फंस गए। आजम खां के साथ ही उनकी पत्नी शहर विधायक डॉ. तजीन फात्मा, बहन निकहत अफलाक और बेटे अब्दुल्ला आजम व अदीब आजम के खिलाफ भी सभी 30 मुकदमों में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। जौहर यूनिवर्सिटी को मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट संचालित करता है और आजम इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जबकि उनकी पत्नी सचिव और बहन कोषाध्यक्ष हैं। दोनों बेटे सदस्य बने हैं। जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन भी ट्रस्ट के नाम है, इसलिए पुलिस ने विवेचना में ट्रस्ट के सभी सदस्यों को दोषी माना है।
ट्रस्ट के नाम जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन
अब ईडी ने रामपुर पहुंचकर जांच पड़ताल की है। उसकी जांच के दायरे में जौहर ट्रस्ट के सदस्य भी आ रहे हैं। ईडी इनकी संपत्ति और काले धन के संबंध में जानकारी जुटा रही है। जिला शासकीय अधिवक्ता अजय तिवारी का कहना है कि ट्रस्ट के नाम ही जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन है। इसलिए ट्रस्ट के सभी सदस्य इसके लिए जिम्मेदार हैं और ईडी की जांच के दायरे में हैं। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम कहते हैं कि पुलिस की जांच पड़ताल में जमीनें कब्जाने के मामले में ट्रस्ट के सभी सदस्य दोषी पाए गए हैं। इसलिए सबके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। अब ईडी भी मामले की जांच पड़ताल कर रही है। उन्होंने हम से जो मदद चाही, वह उपलब्ध करा दी गई। किसानों के बयान भी ले लिए हैं।
यह है मामला
पिछले साल जब आजम खां के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए थे, तब भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि आजम खां ने काले धन के जरिये जौहर यूनिवर्सिटी की इमारतें बनवाई हैं और उनकी बेनामी संपत्ति भी है। ईडी ने तब केस दर्ज कर लिया था और अब जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। आकाश का कहना है कि जौहर यूनिवर्सिटी के लिए सिर्फ 60 करोड़ का चंदा दर्शाया गया है, जबकि इसमें इमारतें हजारोंं करोड़ की बनी हैं। 2015 में ही सपा शासनकाल में श्रम विभाग ने आजम खां को नोटिस जारी कर लेबर सेस जमा करने को कहा था। तब इमारतों की कीमत दो हजार करोड़ बताई गई थी।
लखनऊ लौट गई ईडी की टीम
सांसद आजम खां के खिलाफ जांच पड़ताल के लिए लखनऊ से आई ईडी की तीन सदस्यीय टीम लखनऊ लौट गई है। यह टीम बुधवार को रामपुर आई थी। टीम ने आलियागंज के उन किसानों के बयान दर्ज किए, जिन्होंने आजम खां के खिलाफ जमीनें कब्जाने के मुकदमे दर्ज कराए थे। जौहर यूनिवर्सिटी में जाकर इमारतों का जायजा लिया। आजम खां की पत्नी के रिसोर्ट को भी देखा। एसपी शगुन गौतम ने बताया कि जांच पड़ताल के बाद ईडी की तीन सदस्यीय टीम लखनऊ लौट गई है।