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एक साल से खराब थी सीटी स्कैन मशीन, डीएम ने दर्ज कराया मुकदमा Moradabad News

जिला अस्पताल की सीटी स्कैन मशीन पिछले एक साल से खराब पड़ी है मरीज भटक रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कंपनी के अधिकारियों से पत्राचार कर रहे हैं। लेकिन मशीन ठीक नहीं हुई। लिहाजा जिलाधिकारी ने कंपनी पर मुकदमा दर्ज करा दिया।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 04 Feb 2020 12:53 PM (IST)Updated: Tue, 04 Feb 2020 12:53 PM (IST)
एक साल से खराब थी सीटी स्कैन मशीन, डीएम ने दर्ज कराया मुकदमा Moradabad News
एक साल से खराब थी सीटी स्कैन मशीन, डीएम ने दर्ज कराया मुकदमा Moradabad News

 मुरादाबाद, जेएनएन। अस्पताल की सीटी स्कैन एक मशीन खराब होने पर मरीज परेशान होकर भटक रहे हैैं। लोगों को प्राइवेट सीटी स्कैन सेंटर पर कराने जाना पड़ता है। शिकायत मिलने पर डीएम के आदेश पर मशीन लगाने वाली कंपनी के इंजीनियर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।

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प्रमुख चिकित्सा अधीक्षका की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षका, जिला अस्पताल डॉ. ज्योत्सना पंत की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया है। आरोप है कि जिला अस्पताल में मैसर्स ब्लू स्टार इंजीनियङ्क्षरग एंड इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड, ओखला इंडस्ट्रीयल एरिया फेस-दो नई दिल्ली ने सीटी स्कैन मशीन लगाई थी। मशीन खराब होने के बाद कंपनी के इंजीनियर ने उनसे फोन पर बात की, उन्हें पत्र भी भेजा। लेकिन, कंपनी ने मशीन की मरम्मत नहीं कराई। 

मशीन ठीक नहीं कराई, उल्टे भेज दिया 13.57 लाख का बिल

जबकि अनुबंधन के नियम के विपरीत मशीन की मरम्मत 13 लाख 57 हजार का स्टीमेट भेज दिया। कंपनी से फिर मशीन को सही कराने का अनुरोध किया गया, लेकिन किसी ने नहीं सुना। मशीन की मरम्मत न होने की वजह से मरीज परेशान हो रहे हैैं, उन्हें निजी सीटी स्कैन सेंटर पर जाना पड़ रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी को इस समस्या से अवगत कराया था। उन्होंने कंपनी के खिलाफ मुकदमा लिखाने आदेश कर दिए। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज करके विवेचना शुरू कर दिया है। प्रभारी निरीक्षक नवल मारवाह ने बताया कि कंपनी के इंजीनियर के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा लिखा गया है। उसने सीटी स्कैन मशीन की मरम्मत किए बिना ही स्टीमेट भेज दिया। मशीन की मरम्मत करने अभी तक कोई नहीं है। 

स्वास्थ्य निदेशालय को भेजी रिपोर्ट 

जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में सीटी स्कैन मशीन मार्च 2019 को खरीदी गई थी। एक साल की गारंटी और पांच साल की वारंटी में मशीन खराब हुई तो ब्लू स्टार प्रबंधन ने वोल्टेज फ्लक्चुएशन और चूहे द्वारा तार काटे जाने पर गारंटी में उपकरण लगाने से इन्कार कर दिया। सोमवार को कंपनी प्रबंधन ने मेल द्वारा अस्पताल प्रबंधन को जानकारी दी। इसके बाद प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ज्योत्सना उपाध्याय पंत ने उपकरण खरीदने के लिए 13 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर स्वास्थ्य निदेशालय को भेजा है। कंपनी के सदस्य फ्री सर्विस देंगे। 

जिले के लोगों को हो रही परेशानी 

जिला अस्पताल में सिर्फ 500 रुपये में सीटी स्कैन होता था। जबकि बाजार में कम से कम दो हजार रुपये में सिटी स्कैन हो रहा है। इससे लोगों को परेशानी के साथ ही जेब पर भी भार पड़ रहा है। 


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