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नेत्रहीन व मूकबधिर बच्चों की पढ़ाई पर संकट

तेजप्रकाश सैनी,मुरादाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित नेत्रहीन व मूकबधिर के स्कूल पर ताला

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Nov 2017 02:17 AM (IST)Updated: Tue, 07 Nov 2017 02:17 AM (IST)
नेत्रहीन व मूकबधिर बच्चों की पढ़ाई पर संकट
नेत्रहीन व मूकबधिर बच्चों की पढ़ाई पर संकट

तेजप्रकाश सैनी,मुरादाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित नेत्रहीन व मूकबधिर के स्कूल पर ताला लगाने की तैयारी है। समाज कल्याण विभाग ने अपनेराजकीय स्वच्छकार पद्धति कालेज में संचालित समेकित शिक्षा शिविर (स्कूल) को खाली कराने का अल्टीमेटम बेसिक शिक्षा विभाग को दे दिया है। दस नवंबर 2017 तक यह कैंपस खाली करना होगा। इन बच्चों की पढ़ाई पर संकट खड़ा हो गया है। वहीं नेत्रहीन, मूकबधिर के लिए राजकीय स्वच्छकार आश्रम पद्धति कालेज सुरक्षा की दृष्टि से भी उचित है। लाचार बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग को इतना सुरक्षित विद्यालय मिलना मुश्किल है। इसमें 60 बच्चों में कुछ नेत्रहीन व कुछ मूक बधिर पढ़ाई कर रहे हैं। अफसर ही नहीं इन बच्चों के मां-बाप की चिंता भी पढ़ाई व सुरक्षा को लेकर बढ़ गई है। पहले भी कई बार समाज कल्याण विभाग ने नोटिस थमाया है, अब फिर खाली करने का नोटिस दिया है।

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दस साल से स्कूल संचालित

-समाज कल्याण विभाग के राजकीय स्वच्छकार आश्रम पद्धति इंटर कालेज के जिस कैंपस में बच्चे रहते हैं वह खाली था। दस साल पहले मझोला के प्राइमरी स्कूल में मूकबधिर व नेत्रहीन बच्चे पढ़ते थे। इसी स्कूल में रात को रुकने की व्यवस्था थी जो सुरक्षा की दृष्टि से कतई ठीक नहीं थी। कई बच्चे रात में उठकर चले जाते थे। इस समस्या को देखते हुए पूर्व डीएम राजशेखर की अनुमति से राजकीय स्वच्छकार आश्रम पद्धति कालेज के खाली पड़े कैंपस में इन बच्चों को शिफ्ट किया गया था। 2011 में तत्कालीन एडीएम प्रशासन केएन सहगल ने भी नेत्रहीन व मूकबधिर बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए समाज कल्याण विभाग को खाली कैंपस में बच्चों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे।

:इनसेट:

प्राइमरी स्कूल में शिफ्ट करना कितना न्यायसंगत

-समाज कल्याण विभाग यदि नहीं मानता है तो फिर से बेसिक शिक्षा विभाग को मझोला स्थित प्राइमरी स्कूल में नेत्रहीन व मूक बधिर बच्चों को शिफ्ट करना होगा। यह बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि कतई ठीक नहीं है। जिस स्कूल से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शिफ्ट किया गया था, उन्हीं बच्चों को अब फिर शिफ्ट करना मजबूरी है।

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बातचीत

-नेत्रहीन व मूकबधिर बच्चों को बेहद सुरक्षा की जरूरत होती है। यहां सुरक्षा के लिहाज से कैंपस सही बना हुआ है।

-अरविंद कुमार, विशेष शिक्षक।

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जो बच्चे बोल सकते, देख नहीं सकते उन्हें असुरक्षित भवन में शिफ्ट करना न्यायसंगत नहीं है।

-मुकेश यादव, स्पेशल शिक्षक

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कई बार नोटिस देकर समाज कल्याण विभाग ने चेतावनी दी है। अब लाचार बच्चों को आखिर कहां लेकर जाएं।

-सुरेश, स्पेशल शिक्षक

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वर्जन

समाज कल्याण विभाग ने खाली करने का नोटिस जरूर दिया है। जब तक मेरी अनुमति नहीं होगी, बच्चे राजकीय स्वच्छकार आश्रम पद्धति कालेज के कैंपस में ही पढ़ते रहेंगे। सुरक्षा व माहौल के हिसाब से नए भवन की तलाश की जा रही है। वैकल्पिक व्यवस्था के बाद ही बच्चों को शिफ्ट किया जाएगा।

-राकेश कुमार सिंह, डीएम।

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समाज कल्याण विभाग की ओर से इसी माह की दस तारीख तक कैंपस खाली करने को पत्र मिला है। इस संबंध में डीएम को अवगत कराया जा चुका है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कहीं और सुरक्षित भवन नहीं मिल रहा है।

-संजय सिंह, बीएसए।


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