Positive India: देश जीत सके कोरोना से जंग,ड्यूटी के लिए यह स्टाफ नर्स रोजाना करती है 120 किलोमीटर का सफर Rampur News
कोरोना वायरस से लोगों को बचाया जा सके इसके लिए चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ ने अपनी जान झोक दी है। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है।
(भास्कर सिंह) रामपुर। कोरोना को हराने के लिए चल रही जंग में चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ मुस्तैदी से जुटा है। रामपुर जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में भी 24 घंटे स्टाफ तैनात है, जो यहां भर्ती मरीजों की देखभाल कर रहा है। इनमें एक हैं स्टाफ नर्स शीतू रानी। वह बरेली में रहती हैं और रोजाना 60 किलोमीटर का सफर तय करके ड्यूटी करने आती हैं। आठ घंटे की ड्यूटी के बाद वापस घर जाने के लिए फिर 60 किलोमीटर का सफर करती हैं। लॉक डाउन के चलते वाहन नहीं चल रहे। ऐसे में उनके पति उन्हें बाइक से लेकर आते हैं और ड्यूटी पूरी होने पर उन्हें लेकर वापस जाते हैं। यह ड्यूटी कभी दिन तो कभी रात की शिफ्ट में होती है। स्टाफ नर्स का कहना है कि यह समय देश के लिए चुनौती भरा है। इस महामारी से देश को बचाने में सहयोग करने का अवसर मिला है, इसलिए जब मेरी ड्यूटी लगाई गई तो मेरे सामने दो समस्याएं थीं। मेरी सवा दो साल की बेटी और रोजाना आने-जाने की दिक्कत। मेरी इन समस्याओं को पति और सास ने दूर कर दिया। दोनों ने मेरा हौंसला बढ़ाया। अब रोजाना पति के साथ बाइक से आती-जाती हूं। इस दौरान मेरी सास बेटी की अच्छी तरह देखभाल करती हैं। शीतू कहती हैं कि जब परिवार साथ हो तो आप किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।