भैंस चोरी का आरोपित बोला-पुलिस कर्मियों से हैं मेरे गहरे संबंध, जांच के बाद चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिस कर्मी निलंबित
मैनाठेर पुलिस ने आठ अप्रैल को भैंस चोरी के छह आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें से एक सईम उर्फ मंत्री निवासी नई सफेद कोठी जयंतीपुर के खिलाफ मझोला थाना में पहले से ही मुकदमा दर्ज है। उस पर गोकशी में लिप्त होने के आरोप हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। बीते दिनों मैनाठेर पुलिस ने भैंस चोरी के आरोप में जिन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, उनमें से एक ने जब अपनी जुबान खोली तो पुलिस महकमे में खलबली मच गई। गोकशी व भैंस चोरी के आरोपित ने दो टूक कहा कि जयंतीपुर चौकी इंचार्ज व वहां तैनात सिपाहियों से उसका गहरा संबंध है। गोकशी में वांछित होने के बाद भी पुलिस चौकी पर उसका उठना बैठना था। अभियुक्त की गिरफ्तारी करने की बजाय चौकी पर तैनात दारोगा व सिपाही तस्कर के खिदमतगार बन गए। प्रकरण की गंभीरता भांप एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने जांच सीओ सिविल लाइंस अनिल यादव को सौंपी। जांच में दोषी मिले चौकी इंचार्ज व सिपाहियों के खिलाफ एएसपी ने कार्रवाई की संस्तुति की। इसके बाद चौकी प्रभारी समेत तीनों पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए।
मैनाठेर पुलिस ने आठ अप्रैल को भैंस चोरी के छह आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें से एक सईम उर्फ मंत्री निवासी नई सफेद कोठी जयंतीपुर के खिलाफ मझोला थाना में पहले से ही मुकदमा दर्ज है। उस पर गोकशी में लिप्त होने के आरोप हैं। मैनाठेर थाना प्रभारी के मुताबिक वह भैंस चोरों के गिरोह का भंडाफोड़ करने में जुटे थे। इस प्रयास में ही गिरोह के अहम सदस्य सईम उर्फ मंत्री की उन्हें तलाश थी। तलाशी के दौरान सईम जयंतीपुर पुलिस चौकी में बैठा मिला था। तब उन्होंने घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। मामले की गंभीरता भांप एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सईम उर्फ मंत्री व जयंतीपुर पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों के बीच सांठगांठ की जांच करने का आदेश एएसपी अनिल यादव को दिया। एएसपी अनिल यादव के मुताबिक जांच में पता चला कि जयंतीपुर चौकी प्रभारी मनोज कुमार, दो सिपाही अर्जुन कुमार व सिपाही टीनूपाल गोकशी व नशे के तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं। संरक्षण के बदले अराधियों से धनउगाही हो रही है। जांच में मैनाठेर थाना प्रभारी के दावों की भी पुष्टि हुई। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पता चला कि वांछित होने के बाद भी सईम का जयंतीपुर चौकी में उठना बैठना था। रिश्वत देकर वह पुलिस कर्मियों से अवैध कृत्य करा रहा था। एएसपी ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को दी। रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने तीनों अरोपितों को निलंबित कर दिया।
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