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नाई नहीं काट रहे वाल्‍मीकि समाज के लोगों के बाल, ह‍िंदू संगठनों ने कार्रवाई के ल‍िए उठाई आवाज

Valmiki Samaj Hair Cutting Problem नाइयों की मनमारी से वाल्‍मीकि समाज के लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। हेयर कटिंग की दुकानों पर वाल्मीकि समाज के लोगों के बाल न काटने को लेकर हिंदू संगठनों ने रोष जताया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 11:20 AM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 11:20 AM (IST)
नाई नहीं काट रहे वाल्‍मीकि समाज के लोगों के बाल, ह‍िंदू संगठनों ने कार्रवाई के ल‍िए उठाई आवाज
रामपुर में वाल्‍मीकि समाज के साथ भेदभाव क‍िया जा रहा है।

मुरादाबाद, संवाद सहयोगी। Valmiki Samaj Hair Cutting Problem : रामपुर के सैफनी के सागरपुर गांव में हेयर कटिंग की दुकानों पर वाल्मीकि समाज के लोगों के बाल न काटने को लेकर हिंदू संगठनों ने रोष जताया है। बजरंग दल के जिला संयोजक जोगेंद्र यादव के नेतृत्व में हिंदू संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित ज्ञापन थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार कटियार को सौंपा। इसमें दोषी दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

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बजरंगदल एवं विश्व हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि सागरपुर गांव में एक समुदाय विशेष की हेयर कटिंग की दुकानें हैं। आरोप है कि इस गांव निवासी वाल्मीकी समाज के लोग जब हेयर कटिंग की दुकान पर बाल कटिंग कराने गए तो दुकानदार ने उन्हें अपमानित कर दुकान से भगा दिया। जब यह बात हिंदू संगठन के लोगों को पता चली तो उन्होंने वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ इस भेदभाव की घोर निंदा की। कहा कि अनुसूचित समाज के भाई-बंधुओं को अपमानित किया जा रहा है। साथ ही बताया कि बजरंग दल, हिंदू समाज के प्रत्येक गरीब, शोषित, वंचित को स्वाभिमान एवं सम्मान दिलाने के लिए संकल्पित है। संगठनों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि सामाजिक समरसता को हानि पहुंचाने वाले जातिगत, ऊंच-नीच और भेदभाव बढ़ाने वाले ऐसे अआमाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कर उनकी दुकानों को बंद किया जाए। पुलिस को दिए गए ज्ञापन में बजरंग दल के जिला संयोजक जोगेन्द्र यादव, विशालवीर तूफानी, बलवीर यादव, सुंदर पांडे, शिव सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।

मुरादाबाद में भी सामने आ चुका है मामला : इस तरह का मामला मुरादाबाद में भी सामने आ चुका है। यहां भी जात‍ि व‍िशेष वर्ग के लोगों के बाल काटने से नाइयों से इन्‍कार कर द‍िया था। बाकायदा नोट‍िस भी चस्‍पा कर द‍िया था। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। बाद में प्रशासन की सख्‍ती के बाद नाइयों को झुकना पड़ा था। 


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