Terrorists in UP : खुफिया एजेंसियों के साथ पुलिस अलर्ट, मंडल के जिलों में हो रही आतंकियों के सहयोगियों की तलाश
लखनऊ में एटीएस के द्वारा दो आतंकियों के पकड़े जाने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही मुरादाबाद मंडल में अलर्ट है। एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने डीआइजी शलभ माथुर और पुलिस अधीक्षकों के साथ ऑनलाइन मीटिंग की।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। लखनऊ में एटीएस के द्वारा दो आतंकियों के पकड़े जाने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही मुरादाबाद मंडल में अलर्ट है। एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने डीआइजी शलभ माथुर और पुलिस अधीक्षकों के साथ ऑनलाइन मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि बीट कांस्टेबल को सक्रिय करके प्रत्येक संदिग्ध गतिविधि के बारे में सूचनाएं एकत्र की जाए। इसके साथ ही जो भी घटनाएं पूर्व में घटित हुई हैं और जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनके बारे में जानकारी एकत्र करके सूचनाएं खुफिया एजेंसियों के साथ साझा की जाएं।
एडीजी ने कहा कि किराएदारों के सत्यापन की स्थिति थाना स्तर पर पता करके जानकारी दी जाए। लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में पकड़े गए दो आतंकियों से यूपी एटीएस पूछताछ कर रही है। पकड़े गए आतंकियों के पांच साथी अभी फरार चल रहे हैं। इनको पकड़ने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी शहरों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुरादाबाद मंडल के सभी जनपदों में खुफिया विभाग की टीमें आतंकियों के सहयोगियों की तलाश कर रही हैं। सोमवार को एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने ऑनलाइन डीआइजी और एसएसपी व एसपी के साथ वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र स्तर से जो इनपुट मिले हैं, इन पर गंभीरता से काम किया जाए। एडीजी ने कहा कि बीट कांस्टेबल को सक्रिय करके संदिग्ध लोगों के बारे में सूचनाओं को एकत्र करके साझा किया जाए। इसके साथ ही पूर्व जो भी आतंकवादी घटनाएं मंडलीय जनपद में घटित हुई हैं, उनकी जानकारी लेने के साथ ही इन घटनाओं में जिन भी संदिग्धों के नाम सामने आए हैं, उनके बारे में भी जानकारी एकत्र करने की कार्रवाई की जाए। एडीजी ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों को किराए पर आवास देने से पहले सत्यापन की कार्रवाई नहीं की जा रही है। इन मामलों को गंभीरता से लेकर थाना प्रभारियों, चौकी प्रभारियों से किराएदारों के बारे में जानकारी एकत्र की जाए।
मंडल के सभी जनपद अतिसंवेदनशील हैं। ऐसे में सभी वरिष्ठ अधिकारियों को पूर्व हुई घटनाओं की समीक्षा करने के साथ ही जिन संदिग्धों के नाम सामने आए थे, उनके बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए कहा गया है। बीट कांस्टेबल को सक्रिय करके उनसे मिली सूचनाओं को साझा करने के निर्देश दिए गए हैं। लखनऊ की घटना के बाद पूरे मंडल में सतर्कता बरती जा रही है।
शलभ माथुर,डीआइजी
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