Tension in India-China : विवाद के बाद अब रामपुर में तलाशा जा रहा मेंथा का नया बाजार
Tension in India-China मेंथा उत्पादों का प्रयोग दवा बनाने में किया जाता है। साबुन और सैनिटाइजर में भी इस्तेमाल होता है। विक्स खांसी के सीरप आदि में इसका उपयोग होता है।
रामपुर (मुस्लेमीन)। चीन से रिश्ते खराब होने के कारण मैंथा के दाम भी प्रभावित हो रहे हैं। तीन माह के अंदर तेजी से दाम गिरे हैं। तीन माह पहले मेंथा तेल के दाम 1400 रुपये किलो थे, जो अब एक हजार रुपये किलो हो गए हैं। मेंथा निर्यातक अब चीन के बजाय दूसरे देशों को निर्यात करने पर विचार कर रहे हैं।
भारत और चीन के बीच होता है बड़ा कारोबार
सीमा पर की गई चीन की हरकत से देशभर में भारी आक्रोश है। रामपुर के मेंथा कारोबारी भी उसकी इस हरकत से बेहद खफा हैं। उनका कहना है कि दोनों देशों के बीच अगर रिश्ते नहीं सुधरे तो चीन को बहुत महंगा पड़ सकता है। दरअसल, चीन और भारत के बीच मेंथा का बड़ा कारोबार होता है। चीन यहां से रा मैटेरियल का आयात करता है। वह भारत से 1600 करोड़ का मेंथा उत्पाद आयात करता है। अकेले रामपुर से ही करीब पांच सौ करोड़ रुपये के मैंथा मंगाता है। उसे भारत से कच्चा माल नहीं मिलेगा तो उसका कारोबार ही खत्म हो जाएगा और बड़ा आर्थिक नुकसान होगा। रामपुर के मेंथा निर्यातक चीन के बजाय दूसरे देशों को मेंथोल भेजने की तैयारी कर रहे हैं। रामपुर से मेंथा पाउडर चीन को भेजा जाता है और वहां इससे मेंथोल क्रिस्टल तैयार होता है। रामपुर के निर्यातक अब चीन को पाउडर भेजने के बजाय मेंथोल क्रिस्टल बनाने की तैयारी में हैं। इसे वे दूसरे देशों को निर्यात करेंगे। रामपुर से अमेरिका, इटली, स्पेन, जर्मनी, ब्राजील आदि देशों को क्रिस्टल और मेंथॉल का निर्यात होता है। मेंथा उद्यमी कपिल आर्य बताते हैं कि चीन विवाद के चलते मेंथा तेल की कीमतों पर असर पड़ा है। चीन को निर्यात नहीं हो रहा है। मेंथा तेल तीन माह में 1400 रुपये से घटकर एक हजार रुपये किलो पर आ गया है।
चीन के बजाय दूसरे देशों को करेंगे निर्यात
उत्तर प्रदेश मैंथा एक्सपोर्टर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु कपूर कहते हैं कि दुनिया का 99 फीसद मेंथा उत्पादन ङ्क्षहदुस्तान में होता है और भारत का 92 फीसद उत्तर प्रदेश में। रामपुर भी मैंथा निर्यात की बड़ी मंडी है। अकेले रामपुर से ही सालाना 1750 करोड़ रुपये का निर्यात होता है, जबकि पूरे प्रदेश से 3000 करोड़ और देश से 6500 करोड़ का निर्यात किया जाता है। भारत से 1600 करोड़ के मैंथा उत्पाद चीन को निर्यात होते रहे हैं। अब रामपुर के कारोबारी चीन को पाउडर भेजने के बजाय मेंथोल क्रिस्टल तैयार कर दूसरे देशों को निर्यात करेंगे। रामपुर में दस हजार से ज्यादा किसान मेंथा की फसल उगाते हैं और टंकियों में इनका तेल निकालते हैं। आजकल फसल तैयार है और तेल निकाला जा रहा है। इस काम में हजारों मजदूर भी किसानों के साथ लगे हैं। यहां बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में मेंथोल व पाउडर तैयार कर दुनियाभर में निर्यात किया जाता है।