घर में खजाना निकलने का झांसा देकर तांत्रिक ने ठग लिए नौ लाख Moradabad News
तांत्रिक ने साले-बहनोई समेत चार लोगों को बनाया शिकार। पंचायत में सिर्फ 1.4 लाख रुपये किए वापस। पीडि़त की तहरीर पर पुलिस ने शुरू की मामले की जांच।
मुरादाबाद, जेएनएन। घर में खजाना निकालने का झांसा देकर एक तांत्रिक ने साले-बहनोई समेत चार लोगों से नौ लाख रुपये ठग लिए। पोल खुलने पर तांत्रिक ने पंचायत में सारी रकम लौटाने का वादा किया लेकिन, एक लाख 40 हजार रुपये ही वापस किए। तांत्रिक और उसके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दे दी गई। हालांकि अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
यह है पूरा मामला
थाना डिलारी के ग्राम चांदखेड़ी निवासी इफ्तेखार हुसैन ने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर कहा कि सम्भल के थाना असमोली क्षेत्र के बिलालपत गांव में उनकी ससुराल है। सितंबर 2019 में बीमार होने पर उनकी पत्नी का भाई साईम रामपुर दोराहा स्थित मुस्तुफाबाद, थाना कटघर में रहने वाले तांत्रिक के पास इलाज कराने गया था। दवा खाने से साथ ही साईम झाडफ़ूंक कराने तांत्रिक के पास जाता था। इस दौरान तांत्रिक ने उसे अपने शिकंजे में ले लिया। कहने लगा कि चन्दौसी के एक गांव में रहने वाले उनके एक मरीज के घर खजाना दबा हुआ है। तांत्रिक साईम को उसके घर ले गया और रात भर उसे अपने साथ रखा। वहां उसने दो घड़ों में पीले रंग के सिक्के उसके घर का एक हिस्सा खोदकर दिखा दिए। साईम को यकीन हो गया है कि तांत्रिक सही कह रहा है। अगले दिन उसने साईम को बुलाकर समझाया कि तुम चाहो तो यह खजाना हमें मिल जाएगा। इस पर करीब नौ लाख रुपये खर्च होंगे। तुम्हारे या किसी रिश्तेदार के घर में खींचकर निकाल दूंगा। इसके लिए खजाने को खुशबू देने होगी। वह खुशबू का सामान डेढ़ लाख रुपये की एक तोला (10 ग्राम) मिलती है। खजाने के लालच में साईम तुरंत उनके यहां आ गया। उसने उसे और उनकी पत्नी को खजाने की जानकारी दी। साईम ने सम्भल के ही तालिब को अपने साथ मिला लिया। पाकबड़ा के एक डॉक्टर को इस मामले का राजदार बनाकर चारों लोगों ने एक मई को तांत्रिक को साढ़े चार लाख रुपये दे दिए। बाकी साढ़े चार लाख रुपये चार मई को दिए। अगले दिन खजाना निकालने के लिए फोन किया तो तांत्रिक इधर-उधर की बातें करना लगा। इतना ही नहीं वह थाना कटघर की पंडित नगला पुलिस चौकी पहुंच गया। वहां उसने उन पर गंभीर आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। इस दौरान मामला खुल गया। वहां से जैसे-तैसे तांत्रिक छूटकर घर आया।
80 किलो सोना निकालने का किया था वादा
तांत्रिक ने इफ्तेखार हुसैन से उनके या किसी रिश्तेदार के घर से 80 किलो सोना निकालने का वादा किया था। कहा था कि वह भी इसमें हिस्सेदार रहेगा। भेद खुलने पर मई के 10 मई को पंचायत हुई तो पुलिस की कार्रïवाई से बचने के लिए रकम वापस करने को राजी हो गया लेकिन, दो बार में तांत्रिक ने सिर्फ एक लाख 40 हजार रुपये ही वापस किए। उनके सात लाख 60 हजार रुपये अभी बाकी हैैं। 25 फरवरी को इफ्तेखार और उसके साथी अपनी रकम वापस मांगने के लिए तांत्रिक के घर पहुंचे तो उसने उन्हें बंधक बना लिया। वहां से किसी तरह हम लोग जान बचाकर घर पहुंचे।
प्रधान और चेला भी है ठगी में शामिल
तांत्रिक के अलावा एक गांव का प्रधान और उसका चेला भी ठगी में शामिल हैैं। पीडि़त इफ्तेखार हुसैन ने प्रधान के सामने ही उन्होंने तांत्रिक को पूरी रकम दी थी। प्रधान तांत्रिक के इस धंधे में शामिल हैैं। तांत्रिक ने और भी कई लोगों के साथ इसी तरह से ठगी की है। सबको धमका रहा है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। हमने डिलारी पुलिस की मदद से आरोपित पर कुछ दवाब बनवा लिया था। इसकी वजह से एक लाख 40 हजार रुपये मिल गए। वर्ना वह एक रुपये भी नहीं देता।
अंधविश्वास से चक्कर में न फंसे
अंधविश्वास फैलाने वालों का जाल फैलता ही जा रहा है। वह गरीबी, बीमारी को दूर करने से लेकर हर समस्या के समाधान की बात करके लोगों को अपने जाल मेें फंसा लेते हैैं। घरेलू कलह, बेटा पैदा कराने, मनचाहा प्यार पाने और दुश्मन के नाश कराने के अलावा जमीन से जुड़े विवादों का निपटारा कराने, दुश्मन से बदला लेने और विदेशों में नौकरी दिलाने जैसे दावे भी करने लगे हैैं। खजाना जमीन में दबा होने की कहानी सुनाकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी कर लेते हैैं। जबकि हकीकत यह है कि तांत्रिकों के दावों में कोई सच्चाई नहीं होती। इस तरह से लोगों से बचने की जरूरत है। ऐसे तमाम लोग तो ठगी के शिकार होकर शिकायत भी करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैैं।