कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बरतें विशेष सावधानी, दिन में छह बार चेक करें शरीर का ऑक्सीजन लेवल
कोविड एल-टू इंचार्ज एवं वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन डा. प्रवीण शाह ने बताया कि दिन में कम से कम छह बार अपने शरीर का आक्सीजन चेक करें। गाइड लाइन के मुताबिक पहले अपना आक्सीजन चेक करें। इसके बाद छह मिनट तक चहलकदमी करें।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के चार मरीजों की जिले में पुष्टि हो चुकी है। जिले में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या भी एक हजार को पार कर चुकी है। हम लोग अपनी बेफिक्री की वजह से संक्रमण को फैला रहे हैं।
कोविड एल-टू इंचार्ज एवं वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन डा. प्रवीण शाह ने बताया कि दिन में कम से कम छह बार अपने शरीर का आक्सीजन चेक करें। गाइड लाइन के मुताबिक पहले अपना आक्सीजन चेक करें। इसके बाद छह मिनट तक चहलकदमी करें। इसके बाद फिर आक्सीजन चेक करें। अगर आपका सेचुरेशन कम हो तो फौरन अस्पताल पहुंचे। इसके अलावा जिनका 94 से कम आक्सीजन हो तो वह भी अस्पताल में जाएं। इसके अलावा प्रोटीन वाली खुराक लेते रहें।
सात दिन होम आइसोलेट रहने के बाद मरीजों को मिलेगी छुट्टी, नहीं होगी जांच : सरकार ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए नई गाइड लाइन जारी की है। इसमें सामान्य लक्षण वाले मरीजों को केवल सात दिन के लिए ही होम आइसोलेट किया जाएगा। अगर जांच रिपोर्ट तीन दिन बाद मिलती है तो मरीज को बाकी चार दिन घर में रहना पड़ेगा। उसके बाद बिना कोरोना जांच के उसको स्वस्थ घोषित कर दिया जाएगा। बशर्तें उसे तीन दिन तक बुखार न आया हो। कोरोना संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है। जिससे स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। हालांकि मरीजों को कोविड अस्पतालों में भर्ती कराने से लेकर उनके इलाज की पूरी व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग ने कर रखी है, लेकिन शासन ने कोरोना मरीजों को होम आइसोलेट और डिस्चार्ज करने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत कोरोना जांच में कोई मरीज संक्रमित निकलता है और लक्षण सामान्य है तो उसे सात दिन के लिए होम आइसोलेट किया जाएगा। जिसमें उसके लिए अलग से कमरा, शौचालय और 24 घंटे देखरेख के लिए परिवार का कोई एक व्यक्ति होना जरूरी है। एसीएमओ डा. दिनेश कुमार ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति जांच रिपोर्ट तीन दिन में मिलती है और वह संक्रमित निकलता है तो उसे केवल बाकी चार दिन ही होम आइसोलेट रहना पड़ेगा। इसके बाद उसे बिना काेरोना जांच कराए स्वस्थ घोषित किया जाएगा। इसके लिए यह शर्त रखी गई है कि होम आइसोलेट के दौरान उसे तीन दिन तक बुखार न आया हो। केवल गंभीर रोगियों को ही इलाज के लिए काेविड अस्पताल में भर्ती होंगे।