रिमांड पर लिए संदिग्ध आतंकियों को फिर अमरोहा ला सकती है एनआइए
मंगलवार को खुफिया एजेंसियों द्वारा अमरोहा व सैदपुर इम्मा में की गई कार्रवाई के बाद अंदेशा जताया जा रहा है।
अमरोहा । 26 दिसंबर दिन बुधवार के बाद मंगलवार को खुफिया एजेंसियों द्वारा अमरोहा व सैदपुर इम्मा में की गई कार्रवाई के बाद अंदेशा जताया जा रहा है कि भविष्य में भी यहां छापेमारी हो सकती है। मंगलवार को टीम केवल सईद को ही साथ लेकर आई थी। इस मामले को लेकर दिनभर शहर में चर्चाओं का दौर चलता रहा।
खुफिया एजेंसियों ने चार युवकों को किया था गिरफ्तार
बुधवार को खुफिया एजेंसियों ने छापा मारकर आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के शक पर चार युवकों को गिरफ्तार किया था। चारों को अदालत में पेश कर उन्हें 12 दिन की रिमांड पर लिया गया है। इस रिमांड के क्रम में टीम मंगलवार को संदिग्ध सईद को साथ लेकर छापेमारी करने अमरोहा पहुंची। चर्चा है कि खुफिया एजेंसियां जल्दी ही शहर में छापे मार सकती हैं, क्योंकि मंगलवार को केवल सईद को लेकर ही टीम अमरोहा आई थी। आने वाले दिनों में मुफ्ती सुहैल, रईस व इरशाद को साथ लेकर भी टीमें यहां छापा मार सकती हैं। माना जा रहा है कि जिस तरह से टीम ने सईद की निशानदेही पर सामान बरामद किया है, उसी तरह से शेष तीनों संदिग्ध आतंकियों की निशानदेही पर बरामदगी हो सकती है।
पीलाकुंड में लिखी गई कार्रवाई की स्क्रिप्ट
सैदपुर इम्मा में सईद और इरशाद के घर कार्रवाई करने के बाद टीम साढ़े 11 बजे गांव से निकल गई थी। माना जा रहा था कि टीम लौट जाएगी, लेकिन उनका काफिला गांव पीलाकुंड मंदिर में रुक गया। यहां मंदिर परिसर में टीम एक घंटे रुकी रही। इससे गांव के लोग सकते में आ गए। उसके बाद फिर से टीम ने गांव सैदपुर इम्मा का रुख किया। मंगलवार सुबह सैदपुर इम्मा में कार्रवाई करने के पहले टीम सीधे नौगावां सादात थाने पहुंची। यहां पर स्थानीय पुलिस की टीमें तैयार कर खुफिया एजेंसियों ने सैदपुर इम्मा में सईद के घर छापा मारा। इसके बाद शक के आधार पर इरशाद सिद्दीकी के घर पूछताछ की। करीब 11 बजे टीम लौट गई। रास्ते में टीम ने गांव पीलाकुंड में काफिला रोक दिया। यहां पर सड़क किनारे स्थित मंदिर परिसर में टीम ने डेरा जमा लिया। पुलिस की टीमों को देख कर गांव पीलाकुंड के लोग भी सकते में आ गए। गांव में हड़कंप मच गया और लोग घरों से निकल कर मंदिर के आसपास एकत्र होना शुरू हो गए।
टीम ने कराई थी फोटो स्टेट
इस दौरान टीम ने गांव में स्थित एक दुकान से कुछ कागजों की फोटोस्टेट भी कराई। करीब एक घंटे रुकने के दौरान टीम के अधिकारियों ने स्थानीय पुुलिस प्रशासन से मंत्रणा की। मंत्रणा कर टीम ने वापस सैदपुर इम्मा का रुख किया। इस दौरान पीलाकुंड में भी अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
जाकिर मूसा की देन है हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम
आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन व अलकायदा का कमांडर रहा जाकिर मूसा अब आइएस से जुड़ गया है। उसने कश्मीर की तर्ज पर हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम का गठन कर उत्तर प्रदेश और दिल्ली में ठिकाने बना लिए हैं। इस संबंध में खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है। उसने यहां पर अपना मजबूत नेटवर्क खड़ा कर लिया है। पंजाब में घटना को अंजाम देने के बाद उसके यूपी में शरण लेने की सूचनाएं पुख्ता होती जा रही हैं। देश की सुरक्षा एजेंसियां जाकिर मूसा के नेटवर्क को तोडऩे में लगी हैं। अमरोहा और दिल्ली में बुधवार को हुई कार्रवाई भी इसी के तहत थीं।
दिल्ली में ठिकाने बना चुका है मूसा
मौजूदा दौर में देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए मोस्ट वांटेड बना आतंकी जाकिर रशीद भट्ट उर्फ जाकिर मूसा यूपी व दिल्ली में अपने ठिकाने बना चुका है। वर्ष 2013 में सबसे पहले अलकायदा से जुडऩे वाला जाकिर बाद में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ गया। दहशतगर्दी के उसके मंसूबों को देखकर वर्ष 2016 में उसे हिजबुल मुजाहिदीन ने अपना कमांडर बना दिया। उसने जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन की आतंकी शाखा अंसार गजबत-उल-ङ्क्षहद का गठन किया और घाटी में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने लगा। सुरक्षा बलों द्वारा उसके साथियों को ढेर कर दिया गया, लेकिन जाकिर बचकर भाग निकला। उसके बाद जाकिर ने पंजाब के अमृतसर में बम धमाके की घटना को अंजाम दिलाया। इससे पहले वह दिल्ली और यूपी में अपना नेटवर्क मजबूत कर चुका था। आइबी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि जाकिर मूसा ने बीते डेढ़ साल में दिल्ली और यूपी में अपना नेटवर्क तैयार कर लिया था। वह आइएस के संपर्क में भी है। उसी के इशारे में दिल्ली व यूपी के लिए आइएस के नए संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम का गठन किया गया और जेहाद के नाम पर युवकों को जोड़ा जा रहा था। सूत्र बताते हैं कि वर्तमान में जाकिर मूसा के यूपी में शरण लिए जाने का इनपुट मिल रहा है। उसके नेटवर्क को तोडऩे के लिए सुरक्षा एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। बीते बुधवार को अमरोहा, मेरठ व दिल्ली में हुई कार्रवाई भी उसी का हिस्सा है।