जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थी एमआइटी में नहीं ले सकेंगे प्रवेश, कालेज प्रशासन ने उठाया सख्त कदम
एमआइटी के छात्र द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद लिखने के बाद उठे विवाद पर कॉलेज प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। एमआइटी के छात्र द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद लिखने के बाद उठे विवाद पर कॉलेज प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। कॉलेज प्रशासन ने एमआइटी में नए सत्र से जम्मू-कश्मीर के छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब जम्मू-कश्मीर के छात्र कॉलेज में प्रवेश नहीं पा सकेंगे। कॉलेज ने आल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) को इसकी पूरी जानकारी दे दी है।
वाट्सएप पर लिख दिया था पाकिस्तान जिंदाबाद
शनिवार को एमआइटी में फार्मेसी प्रथम वर्ष के छात्र मुजस्सम ने वाट्सएप पर पाकिस्तान जिंदाबाद का स्टेटस अपडेट किया था। दिनभर चले विवाद में यह भी सामने आया कि कॉलेज में सिविल इंजीनियङ्क्षरग तृतीय वर्ष के छात्र रफी फारुख ने 11 अक्टूबर को देश की सेना द्वारा आतंकी मारे जाने को फेसबुक पर ब्लैक डे बताया था। इसको लेकर पुलिस ने रफी फारुख पर भी राष्ट्रद्रोह में मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर के छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
स्पेशल स्कॉलरशिप स्कीम के तहत मिलती है निश्शुल्क शिक्षा
जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री स्पेशल स्कॉलरशिप स्कीम चलाई जा रही है। इसके तहत जम्मू-कश्मीर के छात्रों को निश्शुल्क शिक्षा दी जाती है। शिक्षा पर होने वाला खर्च केंद्र सरकार उठाती है। स्कीम के तहत जम्मू-कश्मीर के छात्र प्रवेश के लिए आवेदन करते हैं। यह कॉलेजों के ऊपर निर्भर था कि वह जम्मू-कश्मीर के छात्रों का प्रवेश लेंगे या नहीं। कॉलेजों पर प्रवेश लेने के लिए कोई बाध्यता नहीं है।
एआइसीटीई को दी गई पूरी जानकारी
कॉलेज में जम्मू-कश्मीर के छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। एआइसीटीई को इसकी पूरी जानकारी दे दी गई है।
-डॉ. भानु प्रताप सिंह, निदेशक, एमआइटी
ब्लैक डे मनाने वाले जम्मू-कश्मीर के छात्र का प्रवेश निरस्त
एमआइटी के सिविल इंजीनियङ्क्षरग के छात्र रफी फारुख का कॉलेज प्रशासन ने प्रवेश निरस्त कर दिया है। रफी ने भारतीय सेना द्वारा आतंकी के मारे जाने पर 11 अक्टूबर को ब्लैक डे मनाया था। बाकायदा फेसबुक पर पोस्ट भी किया था। इसका कॉलेज के छात्रों ने विरोध भी किया था। कॉलेज प्रशासन ने एलआइयू को भी मामले की जानकारी दी थी। उधर शनिवार को बवाल के बाद यह मामला भी उभर आया।
वास्तविक नाम रफी यू अहमद है
फेसबुक पर रफी फारुख के नाम से आइडी बनाने वाले रफी का वास्तविक नाम शेख रफी यू अहमद है। उनके पिता का नाम शेख फारुख अहमद है। एमआइटी कॉलेज प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार रफी अनंतनाग के बोना पोरा स्थित मस्जिद शरीफ के पास का रहने वाला है। एमआइटी में वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री स्पेशल स्कॉलरशिप स्कीम के तहत सिविल इंजीनियङ्क्षरग में प्रवेश मिला था। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। फिलहाल रफी तीन दिन से शहर से बाहर बताया जा रहा है।
वर्ष 2018 में पांच छात्रों को मिला था प्रवेश
2018 में कॉलेज में जम्मू-कश्मीर के पांच छात्रों का प्रवेश लिया गया था। इसमें एक छात्र ने प्रवेश लेने के बाद अपना आवेदन वापस ले लिया था। इसके बाद चार छात्र बचे थे। इसमें से एक पर कार्रवाई होने के बाद कॉलेज में अब जम्मू-कश्मीर के तीन छात्र बचे हैं।