त्योहार पर रहें सचेत, नकली मावे से तैयार हो रही दीपावली की मिठाई Moradabad News
जेएनएन मुरादाबाद। ग्रामीण क्षेत्र में नकली मावे से दीपावली के लिए मिठाई तैयार की जा रही है। रिफाइंड में एसेंस डालकर घी बनाया जा रहा है।
जेएनएन, मुरादाबाद। दीपावली पर मिठाई की मांग बढऩे के कारण, मिठाई माफिया भी सक्रिय हो जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में नकली मावे से दीपावली के लिए मिठाई तैयार की जा रही है। रिफाइंड में एसेंस डालकर घी बनाया जा रहा है।
दीपावली में एक दूसरे को मिठाई देने की परंपरा है, जिसमें मावा की मिठाई की मांग सबसे अधिक होती है। दीपावली आने से 15 दिन पहले मिठाई माफिया सक्रिय हो जाते हैं। प्रशासन की नजर से बचने के लिए दूर दराज गांव में नकली मावा बनाया जा रहा है।
घटिया दूध से बनाया जाता है मावा
बाजार में घटिया स्तर का दूध पाउडर उपलब्ध है। मिठाई माफिया दूध पाउडर से मावा तैयार करते हैं। बूंदी की लड्डू के लिए बेसन के स्थान पर मैदा का प्रयोग किया जाता है। इस बनाने में घटिया स्तर के पाम आयल का प्रयोग किया जाता है। रिफाइंड में एसेंस मिलाकर देशी घी बनाया जाता है।
घटिया मिठाई खाने से हो सकती है किडनी खराब
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार कहते हैं कि घटिया मिठाई में मिले रंग में मेटल होता है, जो सीधे किडनी को खराब करता है। घटिया मावा व पाम आयल लीवर को क्षतिग्रस्त करता है।
दीपावली नजदीक आने के साथ खाद्य प्रशासन की टीम ने चेकिंग शुरू कर दी है। घटिया मावा व मिठाई को नष्ट करने के साथ नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
-विनोद कुमार, अभिहीत अधिकारी, मुरादाबाद
दीपावली में इसका करे प्रयोग
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